महरौली हत्याकांड के आरोपी शिक्षक को नहीं है कोई अफसोस, पत्नी और तीन बच्चों का गला काटने पर बोला- जो किया ठीक किया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 24, 2019 11:48 AM2019-06-24T11:48:41+5:302019-06-24T11:48:41+5:30
पुलिस के पास हत्या से जुड़े तमाम सबूत हैं इस वारदात को कोर्ट में साबित करने के लिए पर्याप्त होंगे। चाकू और आरी बरामद हो गई है, जिससे उसने परिवार की गर्दन काटी।
दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में शुक्रवार की रात अपनी पत्नी और तीन बच्चों की चाकू से काटकर हत्या करने वाले उपेंद्र शुक्ला को अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। रविवार को जेल भेजे जाने से पहले पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी उपेंद्र शुक्ला ने एक बार भी नहीं कहा कि उससे गलती हुई या फिर उसे किसी बात का पछतावा है।
आरोपी के इस बर्ताव से पुलिस भी चौंक गई। उपेंद्र का कहना है कि मुझे हाई बीपी की प्रॉब्लम थी और मेरी पत्नी अर्चना डिलिवरी के बाद से ठीक से उठ-बैठ भी नहीं पा रही थी तो ऐसी जिंदगी जीने का क्या फायदा? मैंने जो किया ठीक किया।
उपेंद्र को जेल भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस जल्द ही चार्जशीट दायर करेगी। पुलिस के पास हत्या से जुड़े तमाम सबूत हैं इस वारदात को कोर्ट में साबित करने के लिए पर्याप्त होंगे। चाकू और आरी बरामद हो गई है, जिससे उसने परिवार की गर्दन काटी। चाकू को 120 रुपये में वह खरीदकर लाया था।
पूरे परिवार की हत्या करने के बाद आरोपी ने पत्थर काटने की मशीन से खुद के हाथ की नस काटकर खुदकुशी करने का प्रयास भी किया था लेकिन तुरंत ही उसने इरादा बदल दिया।
सभी को पिलाया था नशीला दूध-
पूछताछ में उपेंद्र ने बताया कि हर दिन वह शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक ट्यूशन पढ़ाने जाता था लेकिन शुक्रवार को वह ट्यूशन पढ़ाने नहीं गया। शुक्रवार को ही शाम करीब 4 बजे वह दो लीटर दूध खरीदकर लाया। रात 10 बजे तक जब सबने खाना खा लिया उसके थोड़ी देर बाद ही उसने पत्नी अर्चना और बच्चों से कहा कि आज वह खुद दूध गर्म करके पिलाएगा। पत्नी या सासु मां ही हर रोज दूध गर्म करके क्यों पिलाएं।
इतना कहने के बाद उसने दूध गर्म किया और उसमें नींद की गोलियां मिला दीं। दूध पीने के थोड़ी देर में ही सभी गहरी नींद में सो गए। हां, रात को एक बार नानी ने 42 दिन के नाती को दूध जरूर पिलाया था।
घटना वाली रात उपेंद्र की सास और भतीजी दूसरे कमरे में और उसका पूरा परिवार एक कमरे में सोया। पहले से ही चाकू और आरी का इंतजाम पक्का करके तैयार उपेंद्र रात करीब 1:30 बजे उठा बारी-बारी से सबकी गर्दन काट दिया।