महरौली हत्याकांडः आरोपी शिक्षक का दिल दलहा देने वाला बयान, कहा- हत्या के समय रोने लगा बच्चा तो काट डाला गला
By रामदीप मिश्रा | Published: June 25, 2019 09:13 AM2019-06-25T09:13:53+5:302019-06-25T09:13:53+5:30
Mehrauli Murder Case: पूछताछ में उपेंद्र ने बताया कि हर दिन वह शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक ट्यूशन पढ़ाने जाता था, लेकिन शुक्रवार को वह ट्यूशन पढ़ाने नहीं गया। शुक्रवार को ही शाम करीब 4 बजे वह दो लीटर दूध खरीदकर लाया।
दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में 21 जून को आरोपी शिक्षक उपेंद्र शुक्ला ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी। उसने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उसे इस हत्याकांड को लेकर कोई पछतावा नहीं है। साथ ही उसने बताया कि जिस समय वह इस वारदात को अंजाम दे रहा उस समय उसका छोटा बेटा जाग गया था।
उसने बताया कि बेटा जैसे ही जागा तो वह रोने लग गया। उसके रोते ही उसका भी गला काट दिया और मारा डाला क्योंकि मुझे सभी की हत्या करनी थी। सभी की हत्या होने के बाद अब मैं अकेला बचा हूं और मैं भी जल्द मर जाऊंगा। आरोपी के इस बर्ताव से पुलिस भी चौंक गई।
उसने पुलिस को बताया कि कि उसे हाई बीपी की प्रॉब्लम थी और उसकी पत्नी अर्चना डिलिवरी के बाद से ठीक से उठ-बैठ भी नहीं पा रही थी तो ऐसी जिंदगी जीने का क्या फायदा? उसने जो किया ठीक किया। उपेंद्र को जेल भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस जल्द ही चार्जशीट दायर करेगी। पुलिस के पास हत्या से जुड़े तमाम सबूत हैं इस वारदात को कोर्ट में साबित करने के लिए पर्याप्त होंगे। चाकू और आरी बरामद हो गई है, जिससे उसने परिवार की गर्दन काटी। चाकू को 120 रुपये में वह खरीदकर लाया था।
पूरे परिवार की हत्या करने के बाद आरोपी ने पत्थर काटने की मशीन से खुद के हाथ की नस काटकर खुदकुशी करने का प्रयास भी किया था, लेकिन तुरंत ही उसने इरादा बदल दिया।
पूछताछ में उपेंद्र ने बताया कि हर दिन वह शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक ट्यूशन पढ़ाने जाता था, लेकिन शुक्रवार को वह ट्यूशन पढ़ाने नहीं गया। शुक्रवार को ही शाम करीब 4 बजे वह दो लीटर दूध खरीदकर लाया। रात 10 बजे तक जब सबने खाना खा लिया उसके थोड़ी देर बाद ही उसने पत्नी अर्चना और बच्चों से कहा कि आज वह खुद दूध गर्म करके पिलाएगा। पत्नी या सासू मां ही हर रोज दूध गर्म करके क्यों पिलाएं?
इतना कहने के बाद उसने दूध गर्म किया और उसमें नींद की गोलियां मिला दीं। दूध पीने के थोड़ी देर में ही सभी गहरी नींद में सो गए। हां, रात को एक बार नानी ने 42 दिन के नाती को दूध जरूर पिलाया था। घटना वाली रात उपेंद्र की सास और भतीजी दूसरे कमरे में और उसका पूरा परिवार एक कमरे में सोया था। पहले से ही चाकू और आरी का इंतजाम पक्का करके तैयार उपेंद्र रात करीब 1:30 बजे उठा बारी-बारी से सबकी गर्दन काट दिया।