दरवाजे पर बेटी की बारात सजाई, शहनाई बजवाई, फिर जाकर फंदे से झूल गया पिता
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 18, 2018 11:41 AM2018-12-18T11:41:58+5:302018-12-18T11:41:58+5:30
बेटी के विवाह समारोह की शहनाई बज रही थी. बारात दूल्हे को लेकर नाचते-गाते हुए विवाह स्थल की ओर आ रहे थे. वधू पक्ष के सभी लोग बारातियों का स्वागत करने के लिए अक्षत और फूल-माला लेकर खड़े थे.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बेटी के विवाह समारोह की शहनाई बज रही थी. बारात दूल्हे को लेकर नाचते-गाते हुए विवाह स्थल की ओर आ रहे थे. वधू पक्ष के सभी लोग बारातियों का स्वागत करने के लिए अक्षत और फूल-माला लेकर खड़े थे. इस बीच अचानक वधू के पिता फेटा लाने के बहाने घर गए और रसोईघर में पत्नी की साड़ी को फांसी का फंदा बनाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.
इस घटना के बाद विवाह स्थल पर मंगल ध्वनि के स्थान पर करुण क्रंदन की आवाज गूंजने लगी. यह दर्दनाक घटना म्हाडा कॉलोनी तोरणागड में सोमवार को दोपहर 12 बजे घटी. हैरानी की बात है कि घटनास्थल से मृतक का एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने पत्नी से माफी मांगते हुए अपना देहदान करने करने की इच्छा जताई है.
एमआईडीसी सिडको पुलिस के अनुसार धूत हॉस्पिटल के सामने वाली म्हाडा कॉलोनी में रहने वाले मनजीत रायभान कोलेकर (50 वर्ष) की बेटी का विवाह समारोह बीड़ बाईपास रोड स्थित एक लॉन्स पर आयोजित किया गया था. विवाह की पूरी तैयारी हो चुकी थी. मेहमान और मित्रों के अलावा बारात भी सुबह ही मंगल कार्यालय पहुंचे थे.
सभी का मनजीत ने स्वागत भी किया. उसकी पत्नी, बेटा समेत सभी रिश्तेदार विवाह स्थल पर मौजूद थे. बेटी भी दुल्हन की तरह सज-धज कर तैयार थी. बाराती नाचते हुए दूल्हे को लेकर विवाह स्थल की ओर आ रहे थे. पूरा वातावरण आनंदमय था.
कुछ ही देर में मंगलाष्टक शुरू होने वाला था. इस बीच 11.30 बजे अचानक मनजीत ने रिश्तेदारों से कहा कि 'घर से फेटा लेकर आते हैं, बारातियों के द्वार पर आने से पहले ही आ जाएंगे'. उस समय तक बारातियों का स्वागत करने के लिए अक्षत बांटा जा चुका था.
मंगल कार्यालय से वह मोटरसाइकिल पर म्हाडा कॉलोनी स्थित घर गए और रसोईघर में छत के हुक से पत्नी की साड़ी बांधकर फांसी लगा ली. इंतजार करते रह गए लोग.
उधर, मंगल कार्यालय में वर-वधू मंच पर विराजमान हुए. आशीर्वाद देने के लिए मनजीत का नाम पुकारा गया, लेकिन वह मंच पर नहीं आए. इसके बाद रिश्तेदारों ने पड़ोसियों से फोन पर संपर्क किया और कहा कि मनजीत को जल्दी भेज देना.
विवाह का समय हो गया है और सभी लोग उनका इंतजार कर रहे हैं. पड़ोसी के लड़के ने जाकर दरवाजा खटखटाया, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था और कोई जवाब नहीं मिल रहा था. आखिरकार लड़के ने खिड़की से अंदर झांका तो मनजीत फांसी के फंदे पर लटकते हुए दिखाई दिया. तत्काल रिश्तेदारों और पुलिस को सूचना दी गई.
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर मनजीत को फंदे से उतारकर घाटी अस्पताल भेज दिया, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया. शादी के बाद वर-वधू को बताया विवाह समारोह में खलल नहीं पड़े, इसलिए रिश्तेदार, बाराती, परिवार और वर-वधू को भी दु:खद घटना की जानकारी नहीं दी गई.
केवल इतना बताया कि मनजीत का स्वास्थ्य अचानक खराब होने से उनको अस्पताल ले जाया गया है. विवाह कार्य संपन्न होने के बाद सभी को खुदकुशी की जानकारी दी गई. घटनास्थल से मिला सुसाइड नोट पुलिस को मनजीत के घर में एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने पत्नी से माफी मांगी और कहा कि उनका देहदान करे न कि अंत्यविधि करे.
इसके अलावा कुछ काव्यात्मक पंक्तियां भी लिखी हैं. लेकिन उन्होंने आत्महत्या क्यों की, इसका कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, जिससे एमआईडीसी सिडको पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है.