महंत नरेंद्र गिरि की मौतः सुसाइड नोट पर दिग्विजय सिंह बोले-मंदिरों और मठों के चढ़ावे का कैसे दुरुपयोग हो रहा है...

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 23, 2021 04:20 PM2021-09-23T16:20:28+5:302021-09-23T16:22:00+5:30

उत्तर प्रदेश सरकार ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की बुधवार रात को अनुशंसा की।

Mahant Narendra Giri Death suicide note Digvijay Singh said offerings temples and monasteries being misused | महंत नरेंद्र गिरि की मौतः सुसाइड नोट पर दिग्विजय सिंह बोले-मंदिरों और मठों के चढ़ावे का कैसे दुरुपयोग हो रहा है...

पुलिस ने कहा था कि घटनास्थल से एक कथित सुसाइड नोट भी मिला है।

Highlights महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को अपने मठ के एक कमरे में मृत पाये गए थे। महंत गिरि ने कथित तौर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी।श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि को बुधवार को दोपहर उनके मठ में पूर्ण विधि-विधान से समाधि दी गई।

भोपालः कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत मंदिरों के चढ़ावे के दुरुपयोग को दर्शाती है।

सोमवार को महंत ने उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज के अपने श्रीमठ बाघंबरी गद्दी में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सिंह ने भोपाल से करीब 40 किलोमीटर दूर सीहोर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कहा जा रहा है कि नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसकी उत्तर प्रदेश पुलिस जांच कर रही है। लेकिन, उन्होंने अपने सुसाइड नोट में जो लिखा है वह चिंता का विषय है कि मंदिरों और मठों के चढ़ावे का कैसे दुरुपयोग हो रहा है। मठों पर कब्जा और मंदिरों की भूमि खरीद फरोख़्त में धांधली हो रही है।’’

उन्होंने कहा,‘‘ जब कोई व्यक्ति साधु-संत बन जाता है तो वह माया-मोह सब त्याग देता है। हमारा धर्म त्याग के साथ आगे बढ़ता है। त्याग से मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन, वह (आनंद गिरी) महंगे वाहनों का आनंद ले रहे है। यहां तक कि जब वह ऑस्ट्रेलिया गये थे, तब महिलाओं ने भी उसकी शिकायत की थी।’’ सिंह ने दावा किया कि नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट में लिखा है कि आनंद गिरि मठ में आये चढ़ावे में से भी पैसे लिया करते थे। उन्होंने कहा, ‘‘यह धर्म के लिए अच्छा नहीं है।’’

पुलिस ने कहा था कि घटनास्थल से एक कथित सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें महंत ने लिखा है कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं और अपने एक शिष्य से व्यथित हैं। कथित सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा था, “मैं बहुत दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की होगी।”

आनंद गिरि, महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य हैं, जबकि आद्या प्रसाद तिवारी बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी हैं। प्रयागराज एसएसपी ने इस मामले में 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया था। महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देने प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा था कि मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े हर पहलू का पर्दाफाश किया जाएगा और दोषियों को दंडित किया जाएगा। 

Web Title: Mahant Narendra Giri Death suicide note Digvijay Singh said offerings temples and monasteries being misused

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