महिला अधिकारी ने एसडीएम पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, फोन और वाट्सएप संदेश भेजते थे
By नितिन गुप्ता | Published: June 4, 2021 04:36 PM2021-06-04T16:36:55+5:302021-06-04T16:38:23+5:30
फूड इंस्पेक्टर प्रियंका अग्रवाल ने बताया वे नवंबर 2020 से खातेगांव में कार्यरत हैं। एसडीएम तिवारी उन्हें फोन और वाट्सएप संदेश कर छेड़छाड़ करते रहे हैं।
देवासः मध्य प्रदेश के देवास जिले के खातेगांव में पदस्थ महिला फूड इंस्पेक्टर ने प्रेस वार्ता कर स्थानीय पत्रकारों के समक्ष एसडीएम (सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट) संतोष तिवारी पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं।
फूड इंस्पेक्टर प्रियंका अग्रवाल ने बताया वे नवंबर 2020 से खातेगांव में कार्यरत हैं। एसडीएम तिवारी उन्हें फोन और वाट्सएप संदेश कर छेड़छाड़ करते रहे हैं। पांच दिन से कुछ ज्यादा ही परेशान किया जा रहा था। काम ज्यादा होने से रविवार को स्टाफ के साथ आफिस में थी, तब एसडीएम तिवारी भी वहां आए और मुझे केबिन में बुलाकर छेड़छाड़ की।
सोमवार को भी उन्होंने फोन कर मेरे रूम पर आने की बात कही। मैं डर गई थी। मैंने सारी बात पति को बताई। उसके बाद हम दोनों कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला के पास गए। उन्हें सारी काल रिकार्डिंग एवं मैसेज भी दिखाए। कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने महिला अधिकारी की शिकायत पर एसडीएम का तबादला कलेक्टर आफिस में बतौर डिप्टी कलेक्टर कर दिया है।
उनके स्थान पर डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन गौड़ को खातेगांव एसडीएम बनाया है। इस मामले में ग्रामीण एएसपी सूर्यकांत शर्मा का कहना है कि महिला अधिकारी की शिकायत पर खातेगांव थाना प्रभारी को जांच के आदेश दिए गए हैं । पुलिस सीसीटीवी , विडियो रिकार्डिंग, मोबाइल रिकॉर्ड की जाँच कर रही हैं।
उधर इस मामले में आरोपी एसडीएम सन्तोष तिवारी का कहना है फूड इंस्पेक्टर द्वारा लगाए आरोप बेबुनियाद हैं। मैं पौने दो साल से खातेगांव में पदस्थ हूं। मेरा स्वभाव ऐसा होता तो अभी तक कितनी ही महिलाएं मुझ पर आरोप लगा चुकी होती। अगर कोई कर्मचारी ठीक से काम नहीं करेगा तो डांट-फटकार तो करनी पड़ेगी। बस, इसी कारण से मुझ पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं ।