बड़वानी में चेकिंग के नाम पर दो सिखों की पिटाई, दो पुलिसकर्मी निलंबित, वीडियो वायरल, सीएम बोले- ‘अमानवीय’
By भाषा | Published: August 7, 2020 09:15 PM2020-08-07T21:15:37+5:302020-08-07T21:15:37+5:30
बड़वानी में ASI सीताराम भटनागर और HC मोहन जामरे को सिख बन्धुओं के साथ किये गए अमानवीय व्यवहार के लिए तुरंत निलंबित किया गया है। सिखों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की जाँच इंदौर आईजी द्वारा की जाएगी और इनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।
बड़वानीः मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में गुरुद्वारा में अपनी सेवा देने वाले एक व्यक्ति सहित दो सिखों की दो पुलिसकर्मियों ने बृहस्पतिवार को चेकिंग के दौरान कथित रूप से पिटाई और उन्हें घसीटे जाने के मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
इस मामले में विपक्षी कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने राज्य सरकार से तुरंत समुचित कदम उठाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। यह घटना बड़वानी जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर पलसूद में बृहस्पतिवार को हुई और इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को ‘‘अमानवीय’’ बताते हुए इसकी जांच के आदेश दिए हैं। प्रदेश सरकार ने दोनों पुलिसकर्मियों को उनके द्वारा किये गये इस अमानवीय व्यवहार के लिए शुक्रवार को निलंबित कर दिया है।
यह कल (बृहस्पतिवार) की घटना है, पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग की जा रही थी
बड़वानी जिले के पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल ने ‘भाषा’ को बताया , ‘‘यह कल (बृहस्पतिवार) की घटना है। पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग की जा रही थी। इस दौरान सिख युवक प्रेम सिंह को पुलिस के द्वारा रोका गया। वह शराब के नशे में था और जब उससे लाइसेंस मांगा गया तो उसने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद उसे थाने पर लाने का प्रयास किया और इस दरमियान यह घटना हुई।’’
उन्होंने कहा कि इसी युवक का जबलपुर में चोरी की घटना में नाम सामने आया था, जिसके और आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। इस बीच, पीड़ित प्रेम सिंह ने मीडिया को बताया, ‘‘मैं गुरुद्वारे में सुबह-शाम सेवा देता है और दिन में पलसूद के पुराने पुलिस चौकी के सामने ताले-चाबी की दुकान लगाता हूं। घटना के दिन भी पलसूद थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी आए और मेरे से पैसे की मांग करने लगे और नहीं देने पर उन्होंने मुझे धमकी दी व हाथापाई की, जिसमें मेरी पगड़ी भी खुल गई।’’
पुलिस की ज्यादती बताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की
इसके बाद पीड़ित सहित सिख समाज के लोगों ने इसे पुलिस की ज्यादती बताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने की मांग की। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस घटना को दिल दहलादेने वाला बताते हुए ट्वीट किया, ‘‘इस घटना को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है।
मध्य प्रदेश में ज्ञानी प्रेम सिंह ग्रंथी और अन्य सिखों पर बर्बर और अपमानजनक हमला पूरी तरह से अमानवीय और अस्वीकार्य है।’’ उन्होंने मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सिखों के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘मध्य प्रदेश के बड़वानी के पलसूद में प्रेम सिंह ग्रंथी जो की वर्षों से पुलिस चौकी के पास एक छोटी सी दुकान लगाकर अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं। उनको वहाँ की पुलिस ने अमानवीय तरीके से पीटा, उनकी पगड़ी उतार दी, बाल पकड़ कर बुरी तरह से सड़क पर उनकी पिटाई की।’’
अत्याचार व गुंडागर्दी होकर सिख धर्म की पवित्र धार्मिक परंपराओं का अपमान
उन्होंने कहा, ‘‘यह अत्याचार व गुंडागर्दी होकर सिख धर्म की पवित्र धार्मिक परंपराओं का अपमान भी है। ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। मैं सरकार से माँग करता हूं कि तत्काल दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिले।’’
इसके कुछ ही घंटों बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘बड़वानी में एएसआई (सहायक पुलिस उपनिरीक्षक) सीताराम भटनागर और हेड कांस्टेबल मोहन जामरे को सिख बन्धुओं के साथ किये गए अमानवीय व्यवहार के लिए तुरंत निलंबित किया गया है।
सिखों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की जाँच इंदौर आईजी (पुलिस महानिरीक्षक) द्वारा की जाएगी और इनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बड़वानी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना से मेरा हृदय द्रवित है। ऐसी बर्बरता और अराजकता मैं किसी भी हाल में सहन नहीं करूंगा। दोषियों को उनके कुकर्मों की सज़ा अवश्य मिलेगी।’’
बड़वानी में ASI सीताराम भटनागर और HC मोहन जामरे को सिख बन्धुओं के साथ किये गए अमानवीय व्यवहार के लिए तुरंत निलंबित किया गया है। सिखों के साथ ऐसी बर्बरता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की जाँच इंदौर आईजी द्वारा की जाएगी और इनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। https://t.co/Dh3jznK8Cy
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 7, 2020