छत गिरने से पति, पत्नी और दो नन्हे मासूम की मौत
By मुकेश मिश्रा | Published: June 25, 2020 09:07 PM2020-06-25T21:07:13+5:302020-06-25T21:07:13+5:30
मोहन पेशे से ड्राइवर था और टैक्सी चलता था और मूलतः झाबुआ के पारा गांव का रहने वाला था। गुरुवार सुबह जब पूरा परिवार कमरे में सो रहा था। तभी छत अचानक भराभरा कर गिर पड़ी। मोहन और उसका परिवार छत के मलबे के नीचे दब गए। उधर छत गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे।
रतलामः मप्र के रतलाम में गुरुवार को एक मकान की छत गिरने से पति, पत्नी और दो नन्हे मासूम बच्चे की मौत हो गई। मृतक झाबुआ का रहने वाला था और तीन महीने पहले ही इस मकान में शिप्ट हुआ था।
घटना रतलाम के औद्योगिक क्षेत्र के तीन बत्ती चौराहे के पास जवाहर नगर की है। यहाँ ज्योति दयाशंकर वर्मा के मकान में एक कमरा किराये में ले कर मोहन कहार अपनी पत्नी शर्मिला, बेटा राजवीर (10) और बेटी इशिका (5) के साथ रहता था।
मोहन पेशे से ड्राइवर था और टैक्सी चलता था और मूलतः झाबुआ के पारा गांव का रहने वाला था। गुरुवार सुबह जब पूरा परिवार कमरे में सो रहा था। तभी छत अचानक भराभरा कर गिर पड़ी। मोहन और उसका परिवार छत के मलबे के नीचे दब गए। उधर छत गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे।
इस घटना की पुलिस को सूचना दी गई। मलबा हटा कर नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला गया। सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया लेकिन दोनों बच्चें और पत्नी की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। वही मोहन गंभीर रूप से घायल था। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हालत में सुधार नहीं होने पर करीब 9 बजे इंदौर रेफर कर दिया गया, लेकिन उसने भी रास्ते में दम तोड़ दिया।
पुलिस ने मामला दर्ज कर इस घटना की जांच शुरू कर दी है
पुलिस ने मामला दर्ज कर इस घटना की जांच शुरू कर दी है। तहसीलदार गोपाल सोनी ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे जवाहर नगर स्थित चार बत्ती चौराहे पर मकान की छत भरभरा कर गिर गई। इससे घर में सो रहे एक परिवार के सभी चार सदस्यों की इसके मलबे में दबने से मौत हो गई। सोनी ने बताया कि चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और विस्तृत जांच जारी है। उन्होंने कहा कि यह क्षतिग्रस्त मकान 40-45 साल पुराना बताया गया है।