पाकिस्तानी नागरिक की मदद से चल रहा अश्लील फिल्मों का ओटीटी प्लेटफॉर्म, दो गिरफ्तार
By मुकेश मिश्रा | Published: August 25, 2020 05:25 PM2020-08-25T17:25:48+5:302020-08-25T21:45:16+5:30
इंदौर साइबर सेल के एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि एक युवती ने राज्य साइबर सेल इंदौर को आवेदन देकर शिकायत की थी कि अल्ट बालाजी में बेव सीरीज बनाने के नाम पर उसकी बोल्ड फ़िल्म बना कर एक एडल्ड वेब सीरिज बनाकर पोर्न साइट पर डाली गई है।
इंदौरः फिल्मों में काम दिलाने के नाम पर मॉडल युवतियों की बोल्ड फ़िल्म बना कर अश्लील बेवसाइड पर प्रसारित करने वाले प्लेटफार्म फिनियों मूवीज के कर्ताधर्ता को साइबर सेल इंदौर ने ग्वालियर से गिरफ़्तार किया है। साथ में एक साथी को भी गिरफ्तार किया गया है, जो मुरैना का रहने वाला है।
इंदौर साइबर सेल के एसपी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि एक युवती ने राज्य साइबर सेल इंदौर को आवेदन देकर शिकायत की थी कि अल्ट बालाजी में बेव सीरीज बनाने के नाम पर उसकी बोल्ड फ़िल्म बना कर एक एडल्ड वेब सीरिज बनाकर पोर्न साइट पर डाली गई है।
इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए साइबर सेल ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान ओटीटी फ्लेटफार्म फिनियों मूविज के मालिक आरोपी दीपक सैनी ग्वालियर व केशव सिंह मुरैना को तलाश कर रही थी। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ में बताया की फ्रीलांसर वेबसाइट के माध्यम से वह पाकिस्तान के युवक हुसैन अली से जुड़ा। जिसके सहयोग से उन्होंने अपनी खुद की फिनीयों मूविज ओटीटी प्लेटफार्म तैयार किया।इस प्लेटफार्म के लिए हुसैन अली को 18 से 20 हजार रुपए दिए थे। यही नहीं फिनियों का मैनटेनेंस हुसैन अली के द्वारा ही देखा जाता हैं जिसके एवज में हुसैन अली को 30 से 40 हजार रुपए जो पाकिस्तानी करंसी के हिसाब से 60 से 80 हजार रुपए होता है वह दिया जाता हैं।
ओटीटी प्लेटफार्म पर सबसे पहली फिल्म एलएसडी एक एडल्ट बेव सीरीज अपलोड की गई। जिससे लोगों का रिस्पांस अच्छा आया इसके बाद फिनियों मुविज पर एडल्ट बेव सीरिज कम पैसों में बनाकर व बनवाकर फिनियों पर अपलोड किया जाता था जिससे देश विदेश से जुडे़ लोगों से एक मोटी रकम प्राप्त होती थी।
इन लोगों ने बताया कि फिनियों मुविज प्लेटफार्म का नेटवर्क 22 देशों में फैला हुआ है। विजयानंद पाण्डेय, अशोंक सिंह से शांताबाई बेव सीरीज व अन्य बेव सीरीज को अपने ओटीटी प्लेटफार्म पर चलाने के लिए दे चूका है ।
राज्य साइबर सेल की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि मामले में एक निजी कम्पनी के दो निदेशकों-दीपक सैनी (30) और केशव सिंह (27) को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के संबद्ध प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि वे ग्वालियर से अश्लील फिल्मों का कारोबार चला रहे थे। उन्होंने बताया कि सैनी और सिंह पर आरोप है कि वे वयस्क वीडियो कंटेंट बनाने वाले गिरोह के लोगों से अश्लील फिल्में खरीदते थे और इसे अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर प्रसारित करते थे।
सिंह ने बताया कि आरोपियों ने फ्रीलांसरों के एक ऑनलाइन नेटवर्क के जरिये पिछले साल पाकिस्तान के किसी हुसैन अली को अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म को तकनीकी रूप से विकसित करने का काम लगभग 20,000 भारतीय रुपये में सौंपा था। पुलिस अधीक्षक ने जांच के हवाले से बताया कि फिलहाल दोनों आरोपी इस पाकिस्तानी नागरिक को अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म के रख-रखाव के बदले भारतीय मुद्रा में हर महीने करीब 40 हजार रुपये का भुगतान कर रहे थे।
उन्होंने बताया, "आरोपियों के ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लील फिल्मों का प्रसारण किया जाता है और इसके ग्राहक भारत समेत 12 देशों में फैले हैं। इस ओटीटी प्लेटफॉर्म के ग्राहकों से हर महीने 249 रुपये का शुल्क वसूला जाता है।" सिंह ने बताया कि वेब सीरीज बनाने का झांसा देकर युवतियों से अश्लील फिल्मों में काम कराने वाले अंतरप्रांतीय गिरोह के खिलाफ जारी जांच में मिले सुरागों के आधार पर दोनों आरोपियों को पकड़ा गया है। इस गिरोह के चार सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मामले में विस्तृत जांच जारी है।
म.प्र. इंदौर : अश्लील फिल्में बनाकर वेबसाइट के जरिए सप्लाई करने वाले दो (केशव और दीपक) अभियुक्त गिरफ्तार। जितेंद्र सिंह SP साइबर सेल ने कहा, "इन्हें मिलाकर कुल 6 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें शामिल पाकिस्तानी की भूमिका की पहचान कर रहे हैं। IT एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।" pic.twitter.com/T2v87JbtZd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 25, 2020