किसान प्रदर्शन: हरियाणा बीकेयू प्रमुख और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज, राष्ट्रीय राजमार्ग को किया था अवरुद्ध
By भाषा | Published: September 11, 2020 08:59 PM2020-09-11T20:59:29+5:302020-09-11T21:45:49+5:30
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) और अन्य कृषि निकायों के सदस्यों ने कुरुक्षेत्र के पिपली में एक राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था और केंद्र सरकार द्वारा जारी तीन कृषि अध्यादेशों को कृषि विरोधी बताते हुए विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस से भिड़ गए थे।
कुरुक्षेत्रः केंद्र सरकार द्वारा जारी कृषि अध्यादेशों के खिलाफ हो रहे किसानों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ हुए संघर्ष के एक दिन बाद हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को राज्य बीकेयू प्रमुख गुरनाम सिंह चारुनी और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और निषेधात्मक आदेशों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) और अन्य कृषि निकायों के सदस्यों ने कुरुक्षेत्र के पिपली में एक राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था और केंद्र सरकार द्वारा जारी तीन कृषि अध्यादेशों को कृषि विरोधी बताते हुए विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस से भिड़ गए थे।
शाहबाद क्षेत्र से आ रहे किसानों को प्रदर्शन स्थल से रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने एक दमकल वाहन की खिड़की के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर पथराव किया। थानेसर के सदर पुलिस थाने में तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गईं।
थाना प्रभारी नरेश कुमार ने कहा, ‘‘गैरकानूनी जमावड़े, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने और सरकारी कर्मचारियों को अपना काम करने से रोकने के लिए गुरनाम सिंह चारुनी और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।’’ प्राथमिकी में राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन के आरोप भी शामिल हैं।
इस बीच, शाहबाद मारकंडा पुलिस ने 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए। थाना प्रभारी देविंदर कुमार ने कहा कि प्राथमिकी में हत्या के प्रयास का आरोप भी शामिल है। कुरुक्षेत्र प्रशासन ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर किसान निकायों के विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद निषेधाज्ञा लागू की थी।
हालांकि, प्रतिबंध आदेशों को धता बताते हुए बड़ी संख्या में बीकेयू और अन्य संगठनों से जुड़े किसान पिपली पहुंचे थे। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्य पार्टी प्रमुख कुमारी शैलजा सहित शीर्ष राज्य कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
कांग्रेस नेताओं ने कुरुक्षेत्र में किसानों संग किया विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में स्थित पीपली का दौरा किया और किसानों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की। इस दौरान प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा-जजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि किसानों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता और वे उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इससे पहले भारतीय किसान यूनियन और अन्य किसान संगठनों ने पीपली में राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध कर केंद्र सरकार के तीन अध्यादेशों के प्रति विरोध प्रदर्शन किया था।
किसानों का कहना है कि केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश “किसान विरोधी” हैं। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी शैलजा ने अलग अलग पीपली जाकर “किसानों की आवाज को दबाने” के प्रयास की कड़ी निंदा की। उन्होंने मांग की, कि विरोध प्रदर्शन के संबंध में उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं।
पुलिस ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में हरियाणा भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह समेत तीन सौ से अधिक किसानों पर मामला दर्ज किया। पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि सरकार “किसान विरोधी और जनता विरोधी” फैसले ले रही है” और जब लोग इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं तब उन्हें पुलिस के डंडे के बल पर चुप कराया जा रहा है।