केरल: महिला डॉक्टर को मरीज ने चाकू घोंपकर उतारा मौत के घाट, जानिए पूरी वारदात
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 10, 2023 04:27 PM2023-05-10T16:27:50+5:302023-05-10T16:36:18+5:30
केरल के कोल्लम जिले के तालुक अस्पताल में कार्यरत 23 साल की महिला डॉक्टर वंदना दास की बुधवार सुबह में इलाज करा रहे शख्स ने चाकू मारकर हत्या कर दी।
तिरुवनंतपुरम: केरल में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आयी है, जिसमें एक रोगी ने इलाज करने वाली महिला डॉक्टर की चाकू मारकर हत्या कर दी है। जी हां, कोल्लम जिले के तालुक अस्पताल कोट्टारक्करा में कार्यरत 23 साल की महिला डॉक्टर वंदना दास की बुधवार सुबह इलाज कराने वाले शख्स ने चाकू मारकर हत्या कर दी।
जानकारी के अनुसार पीड़िता वंदना दास कोल्लम के अज़ीज़िया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में एमबीबीएस की अंतिम वर्ष की छात्रा थी। मूलतः कोट्टायम जिले के कडुथुरुथी की रहने वाली मृतका वंदना दास पर हमलावर रोगी संदीप ने सुबह 4:30 बजे उस समय हमला किया, जब वो उसकी सर्जरी कर रही थीं।
इस संबंध में पुलिस ने बताया कि 42 साल का आरोपी संदीप एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है और उसे पड़ोसियों के साथ हुए झगड़े में चोटिल होने के कारण इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था।
वंदना के साथ हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि आरोपी संदीप ने बिना किसी उकसावे के अचानक महिला डॉक्टर पर हमला कर दिया। उसने सर्जरी के लिए काम आने वाले चाकू और कैंची से डॉक्टर वंदना पर कम से कम छह वार किए। उसने डॉक्टर के सीने, गले, गर्दन और पीठ पर चाकूओं से इतना गंभीर हमला किया कि उनकी मौत हो गई।
डॉक्टर की मृत्यु से पहले अस्पताल ने उनकी जान बचाने के लिए तिरुवनंतपुरम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। वंदना का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि उनके गर्दन, पेट और पीठ के चोट बेहद घातक थे और उनके शरीर में खून की भी भारी कमी हो गई थी।
वहीं इस मामले में पुलिस की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार आरोपी संदीप को पड़ोसियों से झगड़ा करने के कारण हिरासत में ले लिया था। चूंकि वह मारपीट में घायल हो गया था, इसलिए पुलिस उसे कोट्टारक्कारा तालुक अस्पताल में इलाज के लिए लेकर ले आई। जब डॉक्टर वंदना उसके घाव की मरहम-पट्टी कर रही थीं, तभी संदीप ने ड्रेसिंग रूम से कैंची उठाई और उन पर अचानक हमला कर दिया।
आरोपी संदीप ने न केवल डॉक्टर वंदना पर हमला किया बल्कि उसने सुरक्षा होमगार्ड समेत पांच अन्य लोगों पर हमला किया और डॉक्टर के कमरे में तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस और राहगीरों ने उसे दबोचा लिया और फिर उसे हिरासत में लिया गया।
संदीप का कथित तौर पर एक नशा मुक्ति केंद्र में इलाज चल रहा था। डॉक्टर वंदना की मौत के बाद नाराज अन्य डॉक्टरों ने मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि इलाज के वक्त भी संदीप के हाथों में हथकड़ी होनी चाहिए थी या पर्याप्त एहतियाती कदम उठाने चाहिए थे क्योंकि पुलिस आरोपी के हिंसक स्वभाव से वाकिफ थी। इस बीच, डॉक्टर वंदना की मौत के बाद सरकारी और निजी क्षेत्र के डॉक्टर विरोध जताते हुए अचानक हड़ताल पर चले गए हैं।