कानपुर हिंसा का 'मास्टरमाइंड और फाइनेंसर', बिल्डर हाजी वासी को यूपी पुलिस ने किया गिरफ्तार, मुख्तार बाबा के रेस्तरां में रची गई थी साजिश
By अनिल शर्मा | Published: July 6, 2022 07:37 AM2022-07-06T07:37:00+5:302022-07-06T07:49:22+5:30
मुख्य आरोपी हाजी वसी के पास कानपुर के चमनगंज और जाजमऊ इलाकों में 80 से ज्यादा अवैध इमारतें हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि पूरी हिंसा की योजना बेकोंगंज में डॉ बेरी क्रॉसिंग पर मुख्तार बाबा के रेस्तरां में बनाई गई थी। साजिशकर्ता रेस्तरां में कई बार मिले और बाबा ने उन्हें धन मुहैया कराया।
कानपुरःनूपुर शर्मा के पैगंबर पर विवादित टिप्पणी को लेकर 3 जून को कानपुर में हुई हिंसा को कथित रूप से वित्त पोषित करने वाले मुख्य आरोपी हाजी वासी को मंगलवार यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तीन जून को कानपुर में हुई हिंसा के प्रमुख आरोपियों में शामिल हाजी वसी को लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह हवाईअड्डे के पास से पकड़ा गया।
वसी के सबसे बड़े बेटे अब्दुल रहमान को इस मामले में पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। कानपुर हिंसा मामले में अब तक 61 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी के मुताबिक, हाजी वसी की कई दिनों से तलाश की जा रही थी और उसकी लोकेशन लखनऊ के आसपास मिली थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि वसी को कानपुर लाया गया है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि हिंसा के पीछे की सच्चाई का पता लग सके।
संयुक्त पुलिस आयुक्त के अनुसार, हाजी वसी को संबंधित अदालत में पेश किया जाएगा और न्यायालय के निर्देश के मुताबिक आगे की कार्यवाही होगी। उन्होंने बताया कि हाजी वसी का आपराधिक इतिहास है और उसके खिलाफ चार मुकदमे पहले से ही चल रहे हैं। इससे पहले, विशेष अनुसंधान दल ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत से हाजी वसी और 18 अन्य अभियुक्तों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट हासिल किया था। हिंसा के बाद कानपुर जिला प्रशासन ने हाजी वसी के एक मकान को ध्वस्त कर दि था।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वसी के पास कानपुर के चमनगंज और जाजमऊ इलाकों में 80 से ज्यादा अवैध इमारतें हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि पूरी हिंसा की योजना बेकोंगंज में डॉ बेरी क्रॉसिंग पर मुख्तार बाबा के रेस्तरां में बनाई गई थी। साजिशकर्ता रेस्तरां में कई बार मिले और बाबा ने उन्हें धन मुहैया कराया।
पुलिस ने यह भी बताया कि मुख्तार बाबा ने 3 जून कानपुर हिंसा के बाद पथराव करने वालों के लिए बिरयानी की व्यवस्था की थी। 23 जून को, विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मुख्तार बाबा को गिरफ्तार किया था और समाजवादी पार्टी के एक विधायक सहित कई आरोपियों की जांच की थी। वहीं TOI की रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच के दौरान पता चला कि हाजी वासी का परिवार उत्तर प्रदेश में 3 जून की हिंसा की साजिश में शामिल था। उनके बेटे अब्दुल रहमान और अन्य रिश्तेदारों ने हिंसा भड़काने में उनका साथ दिया।
गौरतलब है कि तीन जून को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ नुपुर शर्मा की कथित अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन नामक स्थानीय संगठन ने कानपुर में बंद का आह्वान किया था। इसी दौरान यतीमखाना, नयी सड़क और परेड इलाके में हुए पथराव में कई लोग घायल हो गए थे।
भाषा इनपुट के साथ