Kanpur Kakadeo area: मंदिर में रखे दीपक से लगी आग?, कारोबारी संजय श्याम दसानी, पत्नी कनिका और घरेलू सहायिका छवि चौहान की दम घुटने से मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 1, 2024 04:27 PM2024-11-01T16:27:03+5:302024-11-01T16:27:47+5:30
Kanpur Kakadeo area: व्यवसायी संजय श्याम दसानी (49), पत्नी कनिका (45) और घरेलू सहायिका छवि चौहान (24) शामिल हैं।
कानपुरः कानपुर जिले के काकादेव इलाके में एक कारोबारी, उनकी पत्नी और उनकी नौकरानी की घर में आग लगने के बाद कथित तौर पर दम घुटने से मौत हो गई। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि काकादेव थाना क्षेत्र के पांडु नगर में स्थित घर में बने लकड़ी के मंदिर में सुबह करीब तीन बजे आग लग गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिवार ने देर रात पूजा-अर्चना की और उसके बाद घर के मंदिर में दीया जलाया गया। उन्होंने बताया कि दंपति ने अपने बेडरूम के दरवाजे पर इलेक्ट्रॉनिक लॉक लगाया था और घबराहट में वे आग लगने के समय इसे अनलॉक करने के लिए सही कोड दबाने में विफल रहे। मारे गए लोगों में काकादेव थाना क्षेत्र के पांडु नगर इलाके में रहने वाले व्यवसायी संजय श्याम दसानी (49), पत्नी कनिका (45) और घरेलू सहायिका छवि चौहान (24) शामिल हैं।
#Kanpur: दीपावली की रात बड़ा हादसा
— Newslive 24x7 (@kanpurtak) November 1, 2024
⚡घर मे मंदिर में रखे दीपक से लगी आग
⚡कारोबारी दंपति समेत नौकरानी की दम घुटने से हुई मौत
⚡पुलिस और Fsl टीम जाँच मे जुटी
⚡काकादेव थाना क्षेत्र के पांडुनगर इलाके का मामला.@Uppolice#कानपुर@kanpurnagarpolpic.twitter.com/H99CGxoPWn
स्थानीय प्रमुख व्यवसायी दसानी की अंबाजी फूड्स नामक बिस्कुट कंपनी थी और वह अन्य व्यवसाय से भी जुड़े थे। पुलिस उपायुक्त (मध्य कानपुर) दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि आग सुबह करीब तीन बजे लगी, जब परिवार ने देर रात पूजा की और लकड़ी से बने मंदिर में दीया जलता हुआ छोड़ दिया। अधिकारी ने कहा, "दसानी, उनकी पत्नी और उनकी नौकरानी तीनों अपने तीन मंजिला घर की पहली मंजिल पर सोने के लिए अपने कमरे में चले गए थे और जब आग तेजी से पूरे घर में फैली, तब वे सो रहे थे।" उन्होंने कहा, "जब स्थानीय अधिकारियों को इसकी सूचना मिली, तो वे मौके पर पहुंचे और तीनों को रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।" डीसीपी त्रिपाठी ने कहा कि दंपति ने जाहिर तौर पर अपने कमरे के दरवाजे खोलने की कोशिश की, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक लॉक के कारण वे ऐसा नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान, उन्हें लॉक पैनल पर सही कोड दर्ज करने में संघर्ष करना पड़ा होगा। पुलिस के अनुसार, सुबह करीब 4 बजे, उनके बेटे हर्ष दासानी दोस्तों के साथ दिवाली समारोह में भाग लेने के बाद घर लौटे तो उन्होंने देखा कि घर से घना धुआं और लपटें उठ रही हैं। उन्होंने तुरंत पड़ोसियों को सूचित किया, जिन्होंने पुलिस और अग्निशमन विभाग से संपर्क किया। पुलिस ने कहा कि अग्निशमन कर्मी तुरंत पहुंचे, आग बुझाई और दंपति और घरेलू सहायिका को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस उपायुक्त (मध्य कानपुर) दिनेश त्रिपाठी ने बताया, "सूचना मिलने पर स्थानीय अधिकारी और दमकल वाहन मौके पर पहुंचे और तीनों को रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।" उन्होंने बताया कि घर में लगी आग को दमकल वाहनों की मदद से बुझा दिया गया है। डीसीपी त्रिपाठी ने बताया कि मामले में कानूनी कार्यवाही की जा रही है।