कानपुर एनकाउंटर में खुलासा, विकास दुबे की कॉल डिटेल में कई पुलिसकर्मियों के नंबर, 24 घंटे के अंदर हुई बात
By पल्लवी कुमारी | Published: July 4, 2020 11:53 AM2020-07-04T11:53:04+5:302020-07-04T12:11:59+5:30
कानपुर शूटआउट के पीछे पुलिस विभाग के भेदिए की गहरी साजिश की आशंका जताई जा रही है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर तक जाने के रास्ते में पुलिस को जेसीबी मशीन लगे हुए मिले थे। चारों तरफ से फायरिंग होना भी किसी साजिश का नतीजा था। इन सब बातों के बाद पुलिस का शक मुखबिर वाले एंगल पर और भी गहरा हुआ है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुए एनकाउंटर (kanpur Encounter) के बारे में यूपी पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। कानपुर शूटआउट के 24 घंटे बाद भी कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (vikas dubey) पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इधर मामले की जांच में लगी एसटीएफ को बात का शक है कि विकास दुबे को पुलिस के किसी भेदिए ने भी सूचना दी थी। इसी शक को यकीन में बदलने के लिए पुलिस ने विकास दुबे के कॉल डिटेल निकलवाए हैं। जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के नंबर भी मिले हैं।
विकास दुबे के कॉल डिटेल में पुलिसकर्मियों के नंबर: सूत्रों का दावा
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार (3 जुलाई) रात पुलिस की अलग-अलग टीमें हर उस जगह पर गई, जहां विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित रहते हैं। पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए 12 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने इन लोगों को विकास दुबे के पिछले 24 घंटे के मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर हिरासत में लिया है। इसमें सबसे हैरानी की बात यह है कि विकास दुबे के फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं। जिन्होंने पिछले 24 घंटे के भीतर विकास दुबे से बात की थी।
भेदिए वाले एंगल से भी की जा रही है मामले की जांच
पुलिस इस मामले में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड से पूछताछ कर रही है। तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस उनसे पूछताछ में लगी है।
पुलिस को गहरा शक है कि विकास दुबे को विभाग के किसी पुलिसकर्मी ने ही पुलिस दबिश की पूरी सूचना दे दी थी। उसे यह तक बता दिया गया था कि कितने थाने की फोर्स आ रही है...कितनी पुलिस होगी। क्या समय होगा...सबकुछ। यूपी डीजीपी का कहना है कि भेदिए वाले एंगल से भी मामले की जांच की जा रही है।
जानें कानपुर शूटआउट में क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की एक टीम पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथ अन्य अपराधियों ने हमला किया। जिसमें 3 जुलाई तड़के पुलिस उपाधीक्षक सहित उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। आठ पुलिस कर्मी घायल हैं, जबकि दो अपराधी भी इस दौरान मारे गए।
पुलिस ने बताया कि दो और तीन जुलाई की मध्य रात्रि को चौबेपुर पुलिस थाने के अंतर्गत बिकरू गांव में पुलिस की टीम आदतन अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने जा रही था। उसी दौरान मुठभेड़ हो गई। जैसे ही पुलिस का एक दल अपराधी के ठिकाने के पास पहुंचने ही वाला था। उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई जिसमें पुलिस उपाधीक्षक एस पी देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कॉन्स्टेबल मारे गए। ये सब इतनी जल्दीबाजी में हुआ कि पुलिस को संभलने का मौक नहीं मिला। एसओ बिठूर समेत 6 पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक गंभीर रूप से घायल है। सभी घायलों को गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों में बिल्हौर के क्षेत्राधिकारी डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा (54), थानाध्यक्ष शिवराजपुर महेश कुमार यादव (42), सब इंस्पेक्टर अनूप कुमार सिंह (32), सब इंस्पेक्टर नेबू लाल (48), कांस्टेबिल जितेंद्र पाल (26), सुल्तान सिंह (35), बबलू कुमार (23) और राहुल कुमार (24) शामिल हैं।