कानपुर शूटआउट: आखिरी सांस लेने से पहले भी सिपाही ने निभाई अपनी ड्यूटी, हथेली पर लिखी ये बड़ी जानकारी
By पल्लवी कुमारी | Published: July 4, 2020 03:52 PM2020-07-04T15:52:06+5:302020-07-04T15:56:38+5:30
कानपुर शूटआउट में पुलिस उपाधीक्षक सहित 8 सिपाही शहीद हो गए हैं। पुलिस ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे का सुराग देने वाले को 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है।
कानपुर:उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में हुए एनकाउंटर (kanpur Encounter) को लेकर लगातार नये-नये खुलासे हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश की हजारों पुलिस इस मुठभेड़ का मास्टरमाइंड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को खोजने में लगी है। जांच में लगी एसटीएफ को इसी बीच एक अहम सुराग हाथ लगा है। पुलिस की टीम को एक गाड़ी का नंबर भी मिला है। उम्मीद जताई जा रही है कि गाड़ी के नंबर के सहारे पुलिस के हाथ कुछ जानकारी हाथ लगी है। इस गाड़ी का नंबर पुलिस को मुठभेड़ में शहीद हुए एक जवान की हथेली पर मिला है।
जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ में शहीद हुए एक सिपाही ने अपनी आखिरी सांस लेने से या यूं कह लें दम तोड़ने से पहले अपनी हथेली पर एक वाहन का नंबर लिखा था। उम्मीद जताई जा रही है कि शहीद सिपाही ने हथेली पर वाहन नंबर इसलिए लिखा होगा ताकि बाद में जांच के दौरान पुलिस को कुछ पता चल सके। जानकारी यह भी है कि ये गाड़ी कुख्यात अपराधी विकास दुबे से जुड़ी हो सकती है।
जांच टीम ने शहीद सिपाही की हथेली पर अंकित मिले वाहन नंबर को भी जांच में शामिल कर लिया है। एसटीएफ ये पता लगाने की भी कोशिश कर रही है कि आखिर इस नंबर का गोलियां बरसाने वाले बदमाशों से क्या संबंध है।
कानपुर मुठभेड़: चौबेपुर के SO विनय तिवारी सस्पेंड, विकास दुबे के कॉल डिटेल में पुलिस वालों के नंबर
कानपुर मुठभेड़ मामले में पुलिस ने चौबेपुर के एसओ (SO) विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया है। यूपी एसटीएफ (STF)विनय तिवारी से पूछताछ कर रही है। एसओ विनय तिवारी पर मुखबिरी करने का शक है।
विकास दुबे के फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं। जिन्होंने पिछले 24 घंटे के भीतर विकास दुबे से बात की थी। पुलिस ने इसी शक में चौबेपुर के एसओ (SO) विनय तिवारी को सस्पेंड किया है। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस इस मामले में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड से भी पूछताछ कर रही है।
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का ढाया गया घर
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए JCB मशीन लगाकर उसका घर ढाह दिया है। ये वही घर है जहां से विकास दुबे ने उत्तर प्रदेश की पुलिस पर फायरिंग की थी। विकास दुबे का ये घर कानपुर के पुलिस चौबेपुर थाने के अंतर्गत बिकरू गांव में है। कार्रवाई के दौरान घर पर मौजूद गाड़ियों, ट्रैक्टर-ट्राली को भी नहीं छोड़ा गया। एक-एक कर सब पर जेसीबी चलाई गई है। पुलिस की एक टीम विकास दुबे के घर के पास गश्त भी कर रही है।
जानें कानपुर शूटआउट में क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की एक टीम पर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथ अन्य अपराधियों ने हमला किया। जिसमें 3 जुलाई तड़के पुलिस उपाधीक्षक सहित उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। आठ पुलिस कर्मी घायल हैं, जबकि दो अपराधी भी इस दौरान मारे गए।
पुलिस ने बताया कि दो और तीन जुलाई की मध्य रात्रि को चौबेपुर पुलिस थाने के अंतर्गत बिकरू गांव में पुलिस की टीम आदतन अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने जा रही था। उसी दौरान मुठभेड़ हो गई। जैसे ही पुलिस का एक दल अपराधी के ठिकाने के पास पहुंचने ही वाला था। उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई जिसमें पुलिस उपाधीक्षक एस पी देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कॉन्स्टेबल मारे गए। ये सब इतनी जल्दीबाजी में हुआ कि पुलिस को संभलने का मौक नहीं मिला। एसओ बिठूर समेत 6 पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक गंभीर रूप से घायल है। सभी घायलों को गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।