लखनऊ: बलात्कार के आरोप का सामना कर रहे समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता नवाब सिंह यादव बड़ी मुश्किल में फंसते दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को पुष्टि की कि नवाब सिंह यादव का डीएनए नमूना बलात्कार पीड़िता से मेल खा गया है। नवाब सिंह पर कन्नौज जिले में 15 वर्षीय लड़की से बलात्कार का आरोप है। कन्नौज के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार आनंद ने कहा कि 16 दिनों के बाद प्राप्त फोरेंसिक रिपोर्ट में बलात्कार की घटना की पुष्टि हुई है।
एक संवाददाता सम्मेलन में कन्नौज के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने कहा कि अपराध स्थल से फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए गए और एफएसएल को भेजे गए। एफएसएल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। आगे की जांच कन्नौज पुलिस द्वारा की जा रही है।
अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने पिछले महीने यादव से डीएनए नमूना एकत्र किया था। यादव को नाबालिग द्वारा दर्ज कराई गई बलात्कार की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को रात करीब डेढ़ बजे 112 हेल्पलाइन पर घटना की सूचना देते हुए एक कॉल मिली थी। नाबालिग का आरोप है कि उसे निर्वस्त्र किया गया और उसके साथ मारपीट की कोशिश की गई।
समय पर पहुंची पुलिस ने लड़की को बचा लिया था और आरोपी नवाब सिंह यादव को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान लड़की ने बताया कि वह अपनी बुआ के साथ नवाब सिंह यादव के घर पहुंची थी। उसे बताया गया था कि उसे नौकरी के लिए वहां रहना होगा। नवाब सिंह पर बीएनएस और POCSO अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
ये मामला 11 अगस्त की रात का है, जब नवाब सिंह यादव ने नाबालिग लड़की के साथ रेप किया था, पीड़िता ने 112 नंबर डायल कर पुलिस को मदद के लिए बुलाया था। इस मामले में दूसरी आरोपी पीड़िता की बुआ है, जो नाबालिग लड़की को लखनऊ से नवाब सिंह यादव के पास उसके कॉलेज में लेकर आई थी। जब पुलिस लड़की की शिकायत पर घटनास्थल पर पहुंची थी तब वहां लड़की की बुआ भी मौजूद थी।
नवाब सिंह यादव को सपा के बड़े नेताओं का करीबी कहा जाता है। इस मामले को लेकर बीजेपी समाजवादी पार्टी पर हमलावर रही। हालांकि सपा ने यह कहते हुए यादव से दूरी बना ली कि वह पार्टी का सदस्य नहीं हैं और वर्षों से "पार्टी विरोधी गतिविधियों" में शामिल था।