कंगना रनौत द्वारा योग गुरु को दिए फ्लैट को टाडा आरोपी आरिफ लखानी ने खाली करने की दी धमकी, पुलिस के सामने की पिटाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2022 08:53 AM2022-07-23T08:53:35+5:302022-07-23T11:08:00+5:30
कंगना के योग गुरु सूर्य नारायण सिंह ने कहा, उन्होंने वर्सोवा पुलिस को तत्काल कार्रवाई करने को कहा लेकिन पुलिस ने मुझ पर मामले को आगे नहीं बढ़ाने के लिए दबाव डाला।
मुंबईः गुजरात तट पर विस्फोटक लैंडिंग में शामिल टाडा आरोपी आरिफ लखानी की धमकियों के बाद कंगना रनौत के योग गुरु छिपे-छिपे फिर रहे हैं। आरिफ ने कंगना के योग गुरु सूर्य नारायण सिंह को अभिनेत्री द्वारा गुरु दक्षिणा में दिए फ्लैट को खाली करने की धमकी दी है। मामला पिछले महीने का है जब महाराष्ट्र में सियासी उठापटक चल रहा था।
फ्री प्रेस जर्नल के मुताबिक, कंगना ने अपने योग गुरु सूर्य नारायण सिंह को मुंबई के यारी रोड पर उपहार में एक फ्लैट दिया है जिसे आरिफ ने खाली करने को कहा है। लखानी ने अपने आदमियों के साथ पुलिस गश्त दल के सामने योग गुरु की पिटाई भी की और पिछले महीने उन्हें फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी भी दी थी। इस घटना को पड़ोसियों ने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड किया था जिसे अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पश्चिम क्षेत्र) विनायक देशमुख को सौंप दिया था।
सूर्य नारायण सिंह ने कहा, “उन्होंने वर्सोवा पुलिस को तत्काल कार्रवाई करने को कहा लेकिन पुलिस ने मुझ पर मामले को आगे नहीं बढ़ाने के लिए दबाव डाला। पुलिस निरीक्षक ने मुझे सलाह दी कि मैं अपनी सुरक्षा के लिए गैंगस्टरों और बम विस्फोट के आरोपियों के साथ टकराव से बचूं और विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाऊं।''
द फ्री प्रेस जर्नल ने दावा किया है कि उसके पास लखानी द्वारा अपहरण, भूमि हड़पने और संपत्तियों की जबरन बेदखली के आपराधिक मामलों के पिछले 10 वर्षों का रिकॉर्ड है जिसमें पुलिस और नागरिक प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। आरिफ लखानी को गुजरात पुलिस ने 1993 के गोसबारा आरडीएक्स और पोरबंदर में हथियार उतारने के मामले में गिरफ्तार किया था और साबरमती जेल में कुछ समय रहा।
योग गुरु सिंह ने शिकायत में कहा, ऑनलाइन क्लास के दौरान वे लोग मेरे फ्लैट में घुस गए। मेरे परिवार ने 100 नंबर डायल किया और मदद के लिए फोन किया, लेकिन लखानी और उसके लोगों ने मुझे पुलिस के सामने पीटा और मेरे शिष्य द्वारा मुझे उपहार में दिए गए फ्लैट को खाली करने की धमकी दी।
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्सोवा पुलिस ने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और अपने अधिकार क्षेत्र में किसी भी अवैध गतिविधियों का समर्थन करने से इनकार कर दिया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सिराज इनामदार ने कहा कि हम कानून के अनुसार कार्रवाई करेंगे।