कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस का नया दांव, मुख्य आरोपी अशफाक व मोइनुद्दीन पर रखा ढाई लाख का इनाम
By पल्लवी कुमारी | Published: October 21, 2019 11:35 AM2019-10-21T11:35:32+5:302019-10-21T11:35:32+5:30
पूर्व हिंदू नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड: कमलेश तिवारी की मां कुसुमा तिवारी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के स्थानीय नेता शिव कुमार गुप्ता ने गांव में मंदिर की जमीन के विवाद को लेकर उनके बेटे की हत्या करायी है।
कमलेश तिवारीहत्याकांड में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी में यूपी पुलिस कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। इसी कड़ी में यूपी पुलिस ने ऐलाल किया है कि मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन की जानकारी देने वालों को ढाई लाख का इनाम दिया जाएगा। सूरत के रहने वाले इन दोनों आरोपियों के बारे में पुलिस ने लखनऊ के लालबाग स्थित होटल खालसा इन जानकारियां जुटाईं थी। ये दोनों वही आरोपी हैं, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। इन दोनों आरोपियों ने लखनऊ के होटल में अपने आईडी के तौर पर आधार कार्ड दिया था। इस आधार कार्ड के मुताबिक दोनों आरोपी सूरत के रहने वाले हैं। एक का नाम शेख अशफाक हुसैन और दूसरे का नाम पठान मोइनुद्दीन अहमद है। 18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर और गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी।
फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर आरोपी करता था कमलेश तिवारी से चैट
आरोपी अशफाक ने रोहित सोलंकी नाम की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर कमलेश तिवारी से संपर्क किया था। जिसके बाद दोनों फेसबुक फ्रेंड बन गए थे। सूत्रों के मुताबिक, रोहित (अशफाक) कमलेश से लगातार चैट करता था। फेसबुक पर ही आरोपी ने कमलेश तिवारी से मिलने का वक्त मांगा था। जांच के बाद ये सामने आया है कि 16 मई 2019 को अशफाक ने ये फर्जी फेसबुक आईडी बनाई थी।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अशफाक ने बड़े ही चालाकी के साथ आईडी बनाई थी ताकि उसकी रियल पहचान सामने ना आ सके। आईडी से पता चला कि आरोपी सूरत का रहने वाला है। इसके प्रोफाइल फोटो पर हिंदू समाज पार्टी का बैनर लगा हुआ था। जिसकी टैगलाइन थी- 'एक कदम हिंदुत्व की ओर'।
कमलेश तिवारी की कैसे की गई हत्या
18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर और गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुर्शीद बाग स्थित ऑफिस में दो लोग कमलेश तिवारी से मिलने आए थे। इन दोनों के हाथ में मिठाई का डिब्बा था। जिसमें हथियार थे। दोनों ने कमलेश तिवारी से मुलाकात की। बातचीत के दौरान दोनों बदमाशों ने कमलेश के साथ चाय भी पी। इसके बाद उनका गला रेता गया और फिर गोली मारकर बदमाश फरार हो गए। जिसके बाद आनन-फानन में कमलेश तिवारी को अस्पताल ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में गुजरात निवासी तीन लोगों समेत पांच हिरासत में
लखनऊ में हिन्दु समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में गुजरात के सूरत जिले के निवासी तीन लोगों समेत कुल पांच लोगों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि शुक्रवार को हुई इस हत्या के सिलसिले में बिजनौर निवासी आरोपियों मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक के साथ—साथ गुजरात में सूरत निवासियों फैजान यूनुस, मोहसिन शेख और राशिद अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कमलेश तिवारी की पत्नी ने मुफ्ती काजमी और अनवारुल हक पर हत्या का नामजद मामला दर्ज कराया है। लेकिन तिवारी की मां कुसुमा तिवारी का कहना है कि भाजपा के स्थानीय नेता शिव कुमार गुप्ता ने गांव में मंदिर की जमीन के विवाद को लेकर उनके बेटे की हत्या करायी है। (पीटीआई इनपुट के साथ)