'बेटा अल्लाह हमारे साथ है, सब अच्छा होगा', पढ़े गिरफ्तारी के पहले कमलेश तिवारी हत्या के आरोपी ने पत्नी और पिता से क्या कहा?
By पल्लवी कुमारी | Published: October 24, 2019 06:59 AM2019-10-24T06:59:30+5:302019-10-24T06:59:30+5:30
कमलेश तिवारी हत्याकांड: 18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर और गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से योगी आदित्यनाथ की सरकार पर कई तरह के सवाल उठ रहे थे।
दिवगंत हिन्दू नेता कमलेश तिवारी के हत्याकांड के दोनों मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन को गिरफ्तार कर 72 घंटे के लिए ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया है। इस हत्याकांड में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपी अशफाक हुसैन के अपने परिवार के बातचीत का कॉल रिकॉर्डिंग सामने आया है। असल में कमलेश तिवारी हत्या के दोनों आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन भागे-भागे फिर रहे थे। उसी दौरान छिपने के लिए वह नेपाल भी गए थे। वहीं अशफाक ने अपनी पत्नी और पिता से बातचीत की। जिसका कुछ अंश ये रहा...
पत्नी- हैलो।
अशफाक: हैलो हां मीनू, मैं बोल रहा हूं।
पत्नी: कहां हो आप।
अशफाक: हम लोग कल लखनऊ पहुंच जाएंगे। पापा को बता दीजिए।
पत्नी: हां पापा साथ में हैं। पर प्लीज तुम यहां आ जाओ।
अशफाक: ये अब नहीं हो सकता है।
पत्नी: क्यों पासिबल नहीं है। हां है पापा हमारे साथ, लो पापा से बात कर लो।
जाकिर (पिता): हां बेटा अल्लाह साथ है। हमारा अच्छा होगा। कुछ भी करके यहां आ जाओ तेरा भी अच्छा होगा। यहां आ जाओ बेटा, नहीं तो हम कैसे भी करके वहां से तुमको लेने आ जाएं।
अशफाक: हम लोग जा रहे हैं, शाहजहांपुर में रुके हैं, कल लखनऊ पहुंचेंगे।
गिरफ्तारी से पहले वकील को भी किया था फोन कॉल
एनबीटी में छपी खबर के मुताबिक सोमवार (21 अक्टूबर) को लखनऊ के ठाकुरगंज निवासी एक वकील को फोन आया था। फोन करने वालों ने खुद का परिचय कमलेश हत्याकांड के आरोपी शेख अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन के रूप में दिया था। उन्होंने वकील से सरेंडर करने की बात की थी। पुलिस को जैसे ही इस बात की जानकारी मिली कि आरोपियों ने वकील से संपर्क किया है तो वह और भी अलर्ट हो गई।
कमलेश तिवारी की कैसे की गई हत्या
18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर और गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुर्शीद बाग स्थित ऑफिस में दो लोग कमलेश तिवारी से मिलने आए थे। इन दोनों के हाथ में मिठाई का डिब्बा था। जिसमें हथियार थे। दोनों ने कमलेश तिवारी से मुलाकात की। बातचीत के दौरान दोनों बदमाशों ने कमलेश के साथ चाय भी पी। इसके बाद उनका गला रेता गया और फिर गोली मारकर बदमाश फरार हो गए। जिसके बाद आनन-फानन में कमलेश तिवारी को अस्पताल ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया