घर से भागी नाबालिग को किया अगवा, दो दिन तक किया दुष्कर्म, आरोपी की पत्नी ने दी जानकारी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: June 5, 2020 08:00 PM2020-06-05T20:00:22+5:302020-06-05T20:00:22+5:30
आरोपी पेश से ठेकेदार है. पुलिस के मुताबिक उसने नाबालिग को भरोसे में लेकर घटना को अंजाम दिया. नाबालिग माता-पिता से झगड़ा कर गुस्से में अपने घर से निकली थी कि तभी एक व्यक्ति ने अपने घर में पनाह देने की बात कह अगवा किया, इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया.
रांचीः झारखंड की राजधानी रांची में दो दिन तक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म होते रहने का मामला प्रकाश में आया है. पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए आरोपी मुस्तफा को दबोचा लिया है.
आरोपी पेश से ठेकेदार है. पुलिस के मुताबिक उसने नाबालिग को भरोसे में लेकर घटना को अंजाम दिया. नाबालिग माता-पिता से झगड़ा कर गुस्से में अपने घर से निकली थी कि तभी एक व्यक्ति ने अपने घर में पनाह देने की बात कह अगवा किया, इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया.
बरियातू पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, नाबालिग को भी बरामद कर लिया है. आरोपी मो मुस्तफा अंसारी कडरू का रहने वाला है. वह एक मार्बल मिस्त्री है. पुलिस ने नाबालिग का न्यायालय में 164 का बयान कराया. इसके बाद आरोपी मुस्तफा को भी जेल भेज दिया.
बताया जाता है कि 31 मई को अपने माता-पिता से नाराज होकर बच्ची घर छोड़कर निकल गई थी. पुलिस ने उसे कडरू इलाके से बरामद किया. इस दौरान पुलिस को दिए बयान में बच्ची ने जो कुछ बताया वह मानवता को शर्मसार करने वाली है.
बच्ची ने बताया कि 31 मई की सुबह वह माता-पिता से नाराज होकर घर छोड़ निकल गई थी. वह बरियातु इलाके के जोड़ा तालाब इलाके में एक निर्माणाधीन अपार्टमेंट में छुपी हुई थी. वहां मजदूरों की नजर उस पर पड़ी. मजदूरों ने ठेकेदार मुस्तफा को उसके बारे में बताया. मुस्तफा बच्ची को बहला-फुसला वहां से अपने घर ले आया.
घर में देर रात जब परिवारवाले गहरी नींद में होते थे, उस दौरान मुस्तफा बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाता था. दो दिन तक ये सिलसिला चलता रहा. तीसरे दिन बच्ची ने शोर मचा दी. जिसके बाद मुस्तफा की पत्नी बच्ची को उससे बचाया.
आरोपी की पत्नी ने नाबालिग के प्रेमी को इसकी जानकारी दी. इसके बाद प्रेमी मो. सैफ उर्फ शमीम की सूचना पर थानेदार सपन महथा ने नाबालिग को कडरू पुल के पास से बरामद किया और आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया. हालांकि जेल भेजने से पहले हुई पूछताछ में आरोपी ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है.
वहीं, नाबालिग के गायब होने के बाद परिजनों ने मो सैफ उर्फ शमीम पर अपहरण का आरोप लगाते हुए बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने सैफ को हिरासत में लिया था. पुलिस की जांच में सैफ पर लगाए गए आरोप सही नहीं पाए गए.
इसके बाद पुलिस ने दो जून को सैफ को छोड दिया. यह हिदायत दी कि नाबालिग का कोई भी सुराग मिलता है तो वह इसकी जानकारी पुलिस को दे. पुलिस के अनुसार नाबालिग का सैफ के साथ प्रेम प्रसंग था. दो साल पहले सैफ उसे भगाकर अपने साथ ले गया था. कुछ दिन बाद परिजनों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.
नाबालिग को भी सैफ के पास से ही बरामद किया गया था. बरियातु थानाप्रभारी सपन महथा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पीडिता का मेडिकल टेस्ट कराया है. आगे की छानबीन जारी है. उन मजदूरों से भी पूछताछ की जाएगी, जिन्होंने बच्ची को मुस्तफा से मिलवाया था.