झारखंडः पति जबरन बनाता था अप्राकृतिक यौन संबंध, विरोध जताया तो फोन पर ही दे दिया तीन तलाक
By एस पी सिन्हा | Published: October 8, 2018 11:30 PM2018-10-08T23:30:29+5:302018-10-08T23:31:34+5:30
कई बार उसके पति ने जबर्दस्ती अप्राकृतिक संबंध बनाकर उसे परेशान किया और कहा अगर तुम्हारे घरवाले पैसे नहीं देंगे तो तुम्हारे साथ यही सब किया जाएगा।
रांची, 8 अक्टूबरःझारखंड की राजधानी रांची में फोन पर तीन तलाक देने का एक और मामला सामने आया है। पीडिता ने इस संबंध में पिठोरिया थाने में मामला दर्ज करवाया है। पीडिता की साल 2015 में मुस्लिम रीति रिवाज से शादी हुई थी। पीडिता को उसके पति ने फोन पर ही तीन तालाक अर्थात तलाक तलाक तलाक बोल दिया।
वहीं, पीडिता ने अपने पति और ससुरालवालों पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। पीडिता के अनुसार उसकी शादी पिठोरिया के रहने वाले सफदर सुल्तान उर्फ सद्दाम के साथ 2015 में मुस्लिम रीति रिवाज से हुई थी। पीडिता के अनुसार, इस दौरान तीन माह तक वैवाहिक जीवन बडा ही सुकून से बीता। लेकिन तीन माह के बाद अचानक पति सफदर ने प्रताडित करना शुरू कर दिया। पीडिता ने बताया कि मेरे पति ने मेरे परिजनों से 15 लाख रुपये की मांग की। जब मेरे परिजनों ने पैसे देने में अपनी असमर्थता जताई तो उसने मारपीट करना शुरू कर दिया।
पीडिता के अनुसार, रात के समय उसका पति उसके साथ जबरन अप्राकृतिक यौनाचार करने लगा। कई बार उसके पति ने जबर्दस्ती अप्राकृतिक संबंध बनाकर उसे परेशान किया और कहा अगर तुम्हारे घरवाले पैसे नहीं देंगे तो तुम्हारे साथ यही सब किया जाएगा। जब उसने इसका विरोध करना शुरू किया तो उसके साथ मारपीट किया जाने लगा। पीडिता ने कहा कि मारपीट में उसका ससुर मजीद अंसारी भी पति का सहयोग किया करते थे।
कई बार ससुर ने भी उसके साथ गलत हरकत की। पीडिता के अनुसार, वह करीब चार माह की गर्भवती हो गई थी। इसका पता चलने पर ससुर और सास ने मेरे पति को मेरा गर्भपात कराने को बोला। इसके बाद जबर्दस्ती मेरे पति ने एक निजी अस्पताल ले जाकर मेरा जबरन गर्भपात करवा दिया। उस दौरान मुझे अल्ट्रासाउंड कराने के नाम पर अस्पताल ले जाया गया था।
वहीं, गर्भपात के बाद मेरे ससुरालवालों ने मुझे जबर्दस्ती मेरे मायके पहुंचा दिया। इस दौरान वो लगातार अपने पति से फोन पर संपर्क करने की कोशिश करती रही कि वह उसे वापस ससुराल ले चले। लेकिन वह हमेशा इनकार करता रहा। कई बार मेरे परिजनों ने पंचायत बिठाकर मामले को पंचायत में ही सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
इसी बीच कुछ जानकारी मिली कि पति की दूसरी शादी की तैयारियां की जा रही हैं। ये जानकारी मिलने पर उसने अपने पति को फोन किया और उसे शादी करने से मना किया, लेकिन उसने फोन पर ही तीन तलाक दे दिया। इसके बाद पीडिता ने अपने परिजनों के साथ जाकर पिछले महीने की 21 तारीख को रांची के पिठोरिया थाना में अपने पति और ससुरालवालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। लेकिन थाना स्तर से इस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जिसके बाद पीडिता आज रांची के सीनियर एसपी से मिलने पहुंची। सीनियर एसपी किसी मीटिंग में व्यस्त थे, इसलिए पीडिता को हेड क्वार्टर एएसपी (एक) अमित रेनू के पास भेज दिया गया। जहां से उसे इस मामले में इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया गया है। यहां बता दें कि हाल ही केन्द्र सरकार ने तीन तलाक को अपराध करार दिया है। बावजूद इसके इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।