केरल नन बलात्कार मामला: लगातार तीसरे दिन की पूछताछ के बाद आरोपी पादरी गिरफ्तार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 21, 2018 02:05 PM2018-09-21T14:05:26+5:302018-09-21T16:44:22+5:30
Kerala nun rape case: वेटिकन ने बृहस्पतिवार को मुलक्कल को ‘‘अस्थायी तौर’’ पर उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया।
कोच्चि, 21 सितंबर: नन से बलात्कार एवं अप्राकृतिक यौन संबंध के आरोपों पर केरल पुलिस के जांच के दायरे में आये पादरी फ्रैंको मुलक्कल को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने पादरी मुलक्कल से शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन पूछताछ के बाद हिरासत में लिया। मुलक्कल से तिरुवनंतपुरम स्थित अपराध शाखा कार्यालय में पूछताछ की जा रही थी।
केरल की लेफ्ट फ्रंट सरकार में मंत्री ईपी जयराजन ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि मामले की जाँच ही दिशा में बढ़ रही है। जयराजन ने कहा, "सरकार अपराधी को बचाने की कोशिश नहीं करेगी और पीड़ित महिला को पूरा न्याय मिलेगा...किसी भी आरोपी को भागने नहीं दिया जाएगा।"
वेटिकन ने बृहस्पतिवार को मुलक्कल को ‘‘अस्थायी तौर’’ पर उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया। मुलक्कल जालंधर डायोसिस के तहत आने वाले मिशनरीज ऑफ जीसस के बिशप थे।
कोट्टायम के पुलिस अधीक्षक हरि शंकर ने बताया कि मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शुक्रवार को पूछताछ की प्रक्रिया पूरी कर ली।
पूर्व बिशप से बृहस्पतिवार को आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई। उन्हें शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे तक जांच दल के समक्ष पेश होने का आदेश दिया गया था।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूछताछ के लिये वह कोच्चि में एक पांच सितारा होटल से सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर पहुंचे थे।
Probe is on the correct path. This govt won't save any culprit but ensure complete safety to women. We're with the victim. Investigation is being conducted sincerely. No culprit will be allowed to escape: EP Jayarajan, Kerala Minister on Kerala nun rape case pic.twitter.com/33oUjNpOOu
— ANI (@ANI) September 21, 2018
हाई कोर्ट में याचिका
मुलक्कल की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने कानूनी सलाह मांगी है। मुलक्कल की अग्रिम जमानत याचिका उच्च न्यायालय में लंबित है।
पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि जांच दल के सामने मामला सामने आने के बाद इस संबंध में सत्यापन की आवश्यकता है।
नन से कथित यौन उत्पीड़न मामले में लगातार बढ़ते आक्रोश के बीच ‘कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया’ (सीबीसीआई) ने बृहस्पतिवार को बताया कि पोप फ्रांसिस ने अस्थायी तौर पर उन्हें उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है। इस फैसले का प्रदर्शनरत ननों से स्वागत किया और इसे पूर्व बिशप के खिलाफ उनकी लड़ाई में ‘‘पहली जीत’’ बताया।
जालंधर डायोसिस के ‘मिशनरीज ऑफ जीसस कांग्रीग्रेशन’ की केरल स्थित नन ने मुलक्कल पर बार-बार बलात्कार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)