विकास दुबे की पत्नी को भगाने में जय बाजपेयी की भूमिका आई सामने, जानें कैसे हिस्ट्रीशीटर की मदद से करोड़पति बना जय बाजपेयी
By अनुराग आनंद | Published: July 8, 2020 05:51 PM2020-07-08T17:51:51+5:302020-07-08T17:57:17+5:30
जय बाजपेयी मुख्य तौर पर विकास दुबे के पैसे को हवाला तक पहुंचाने व जमीन, फ्लैट आदि में लगाने का काम करता था।
नई दिल्ली: कानपुर में 8 पुलिसकर्मीयों की हत्या कर फरार विकास दुबे 6 दिन बाद भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, विकास दुबे को बुधवार को फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था, लेकिन यूपी एसटीएफ के पहुंचने से पहले ही विकास वहां से फरार हो गया। हलांकि, यूपी पुलिस ने विकास के एक साथी को वहां से गिरफ्तार कर लिया और पुलिस की हत्या के बाद लुटे गए दो हथियार भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
इस मामले में पुलिस जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई खुलासे हो रहे हैं। आज तक की मानें तो पुलिस ने विकास दुबे की पत्नी को घटना के बाद भागने में मदद करने वाले जय बायपेयी को हिरासत में लिया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि विकास दुबे की पत्नी व उसके बेटे को जय बाजपेयी ने अपने गाड़ी से सुरक्षित जगह तक पहुंचाया था।
विकास दुबे का खजांची था जय बाजपेयी-
मिल रही जानकारी के मुताबिक, जय बाजपेयी मुख्य तौर पर विकास दुबे के पैसे को हवाला तक पहुंचाने व जमीन, फ्लैट आदि में लगाने का काम करता था। विकास से पैसा लेकर वह न सिर्फ बाजार में लगाता था बल्कि जमीनों की खरीद फरोख्त भी करता था। यही नहीं जय बाजपेयी विकास के बल पर विवादित जमीनें लेता था और फिर उन्हें बेचता था। इसके अलावा मार्केट में ब्याज पर रुपए बांटने का काम भी है। 15 से अधिक मकान हैं और वह दर्जनों फ्लैट का मालिक भी है।
4 हजार के पगार पर काम करने से लेकर करोड़पति बनाने तक में जय के साथ विकास दुबे-
बता दें कि जय बाजपेयी आज से 7 साल पहले 4 हजार की सैलरी पाता था और प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था। लेकिन, जैसे ही वह विकास के संपर्क में आया और गैरकानूनी काम में उतरा काफी कम समय में उसने करोड़ों की संपत्ति बना ली। लखनऊ से कानपुर जाने वाले रोड पर एक पेट्रोल पम्प भी जय बाजपेयी का है। मिल रही जानकारी के मुताबिक, जय बाजपेयी अवैध रूप से चल रहे इस पेट्रोल पंप का मालिक है।
जय के साथ हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर जय बाजपेयी का कानपुर देहात के एसएसपी आनंद देव के साथ कई फोटो भी वायरल हुआ। ये वही एसएसपी थे जिससे शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा ने एसएचओ के बारे में शिकायत की थी। कई केस में वांछित होने के बाद भी जय बाजपेयी के पास पासपोर्ट बने हैं। इससे उसके राजनीतिक व प्रशासनिक पकड़ को समझा जा सकता है। इसके नाम से लखनऊ व कानपुर जैसे शहरों में भी एक दर्जन से अधिक मकान हैं।