इंदौरः कर्ज के पैसे नहीं मिलने पर कपड़ा व्यापारी ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बताई वजह
By मुकेश मिश्रा | Published: May 27, 2020 03:29 PM2020-05-27T15:29:35+5:302020-05-27T15:29:35+5:30
देश भर में जारी लॉकडाउन ने लोगों का हौसला तोड़ना शुरू कर दिया है। शहर में एक कपड़ा व्यापारी ने फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
इंदौरः लोग कोरोना से मारे या न मरे लेकिन लॉक डाउन ने जरूर हौसला तोड़ना शुरू कर दिया है। शहर में एक कपड़ा व्यापारी ने फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने एक सुसाइटनोट लिखा था। जिसमें उसने लिखा है कि जरूरत के समय जिसकी मदद करने के लिए रुपए दिए थे, वह अब रुपए नहीं लौटा रहा है, जिसके चलते परेशान है। यही नही जब वह कर्जदार से रुपए लेने गया तो उसने पुलिस बुलाकर दो घंटे तक थाने में बिठवा दिया। डीआईजी ने इस आरोप की जांच के आदेश दिए है।
मामला होटल अमर विलास के पास स्थित चंद्र नगर मेें रहने वाले कपड़ा व्यापारी हरीश पाहवा की बुधवार को घर मे ही फांसी के फंदे पर लटकी लाश मिली। हरीश के बेटे वंश ने बताया कि पिता ने करीब पांच साल पहले कंस्ट्रक्शन कोरोबारी प्रमोद सेठी निवासी गुलमोहर कॉलोनी को 22 लाख रुपए उधार दिए थे। उसे लेने के लिए पिता ने कई बार उसके दफ्तर के चक्कर काटे, लेकिन वह रुपए नहीं लौटा रहा था।
पिता दफ्तर जाते तो वहां नहीं मिलता और उसके गार्ड पिता को भगा देते। कई बार पुलिस की मदद भी लेने की कोशिश की, लेकिन पुलिस सेठी का साथ देती। यहां तक भाई की शादी के वक्त भी सेठी ने रुपए नहीं लौटाए और कर्ज लेकर शादी करनी पड़ी। मंगलवार को हरीश फिर से सेठी के घर रुपए मांगने पहुंचे तो उसने पलासिया पुलिस से मिलीभगत कर उन्हें थाने में बिठवा दिया। पुलिस हमारी सुनवाई करने के बजाय सेठी का साथ देने लगी। करीब दो घंटे तक पिता को बैठाकर रखा। हम जब छुड़ाने गए तो हमें भी पुलिस ने बैठा लिया। बमुश्किल शर्तों के साथ पुलिस ने पिता को छोड़ा तो उन्होंने घर आकर फांसी लगा ली।
सुसाइड नोट में हरीश ने प्रमोद सेठी पर आरोप लगाते हुए लिखा कि उसने मुझे बहुत परेशान किया है। उसके कारण मैं तनाव में जीने लगा। मेरी मौत का जिम्मेदार भी वही है। उसे फांसी की सजा दिलवाना। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर जांच शुरू कर दी है।
उधर, पलासिया उलिस पर लगे आरोप पर सफाई देते हुए टीआई विनोद दीक्षित का कहना है कि आरोप निराधार है। व्यापारी पर रात को पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन की कार्रवाई की थी। वे कर्फ्यू क्षेत्र में घूमते हुए पाए गए थे। वही इस पूरे मामले को लेकर डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने जांच की बात कही है।