तमिलनाडु: 6 अनुसूचित जाति के छात्रों से स्कूल के शौचालयों को साफ करवाने के आरोप में प्रधानाध्यापिका गिरफ्तार, बच्चे के हाथों पर पड़े छालों से हुआ है मामले का खुलासा
By आजाद खान | Published: December 4, 2022 04:51 PM2022-12-04T16:51:37+5:302022-12-04T17:21:01+5:30
बताया जा रहा है कि इस आरोप का खुलासा तब हुआ था जब बच्चों के हाथों पर छाले दिखाई दिए थे। ऐसे में माता-पिता के पूछने पर बच्चों ने आरोपी प्रधानाध्यापिका के बारे में जानकारी दी थी।
चेन्नईः तमिलनाडु के इरोड जिले के एक महिला प्रधान शिक्षिका पर स्कूल के अनुसूचित जाति के छात्रों से शौचालय साफ कराने का आरोप लगा है। ऐसे में शिकायत के बाद महिला प्रधान शिक्षिका को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यही नहीं दावा यब भी है कि कुछ अनुसूचित जाति के छात्रों से स्कूल के शौचालयों को ब्लीचिंग पाउडर से साफ करवाया जाता है। शिकायत मिलने पर मामले में कार्रवाई हुई है और प्रधानाध्यापिका को गिरफ्तारी के साथ उसे सस्पेंड भी कर दिया गया है।
क्या है महिला प्रधान शिक्षिका पर आरोप
यह घटना इरोड जिले के पलक्कराई पंचायत संघ प्राथमिक विद्यालय का है जहां पर बतौर प्रधानाध्यापिका वह तैनात थी। प्रधानाध्यापिका गीता रानी पर यह आरोप है कि वे स्कूल में पढ़ने वाले छह अनुसूचित जाति के छात्रों से स्कूल के टॉयलेट साफ करवाती थी। इस बात का खुलासा तब हुआ जब उन में से एक बच्चे ने घटना के बारे में अपनी मां को बोला था।
दरअसल, कुछ छात्रों के माता-पिता ने जब अपने बच्चों के हाथों में छाले देखें तो उनसे इस बारे में जानकारी ली थी। ऐसे में बच्चों ने बताया कि स्कूल की प्रधानाध्यापिका अनुसूचित जाति के छात्रों से सकूल के टॉयलेट को साफ करवाती है। यही नहीं डेंगू के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती एक बच्चे ने अपने माता-पिता को बताया कि स्कूल के कुछ अनुसूचित जाति के छात्रों से शौचालयों को ब्लीचिंग पाउडर से साफ करवाया जाता है।
प्रधानाध्यापिका पर हुई है कार्रवाई
ऐसे में बच्चों से प्रधानाध्यापिका के बारे में सुनने के बाद उनके माता-पिता ने सारी घटना को पुलिस को जानकारी दी थी जिसके बाद मामला दर्ज कर आरोपी प्रधानाध्यापिका को जिले के पेरुंदुरई से गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले के सामने आने के बाद प्रधानाध्यापिका को 30 नवंबर को सस्पेंड भी कर दिया गया है।
बताया यह भी जा रहा है कि स्कूल में बच्चों के लिए एक और टीचर्स के लिए एक शौचालय था। ऐसे में यह भी दावा किया जा रहा था इन बच्चे से दोनों शौचालाएं को साफ करवाया जाता था।