यूपी पुलिस ने हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर को 'पीटा', यूनियन ने की कार्रवाई की मांग
By भाषा | Published: April 3, 2020 04:03 PM2020-04-03T16:03:24+5:302020-04-03T16:03:24+5:30
ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के महासचिव बलवान सिंह ने इस घटना की निंदा करते हुए पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
चंडीगढ़। बंद के बीच प्रवासी कामगारों को उनके घर छोड़ने जा रहे हरियाणा रोडवेज की बस के एक चालक को कथित तौर पर उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों ने पीट दिया। इस पर कर्मचारी संघ ने दोषी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। राज्य की सरकारी बस सेवा के पलवल डिपो के चालक खुर्शीद अहमद ने कहा कि 29 मार्च को बाराबंकी में पुलिस वालों ने उसे तब पीटा जब उसने उनसे गोरखपुर जाने का रास्ता पूछा।
ड्राइवर ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उसे रास्ता बताने के बजाए उन्होंने उसे बस से नीचे खींच लिया और लाठियों से उसकी पिटाई की। उसने बताया, “पुलिसवालों ने मुझे बुरी तरह पीटा। मैंने उन्हें बताया कि प्रवासी कामगारों को गोरखपुर छोड़ने के लिये मुझे अधिकारियों ने भेजा है इसके बावजूद वे मुझे पीटते रहे और कहा कि मैंने बंद का उल्लंघन किया है।”
अहमद ने बताया कि इस दौरान उसे पैर और पीठ में गंभीर चोट आई। उसने कहा कि उसे गोरखपुर का रास्ता पूछना पड़ा क्योंकि वह नियमित रूप से इस मार्ग पर नहीं आता है। उसने कहा, “मैं किसी तरह यात्रियों को गोरखपुर छोड़कर 30 मार्च को वापस पलवल डिपो लौटा, क्योंकि मेरी पीठ और शरीर के निचले हिस्से में पिटाई की वजह से काफी दर्द था।” ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के महासचिव बलवान सिंह ने इस घटना की निंदा करते हुए पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने ‘पीटीई-भाषा’ से कहा, “यह शर्मनाक है कि हमारे चालक और संवाहक जहां संकट की इस घड़ी में दिल्ली सीमा से उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों को उनके घरों तक पहुंचाने में मदद कर रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिये कोई कदम नहीं उठाया।” हरियाणा सरकार ने 29 मार्च को प्रवासी कामगारों के परिवहन के लिये उत्तर प्रदेश सरकार के कहने पर 1000 से ज्यादा बसों को सेवा में लगाया था।