पति और ससुरालवालों के उत्पीड़न से परेशान महिला ने तीन महीने के बेटे और पांच साल की बेटी को कुएं में फेंक दी जान
By भाषा | Published: September 9, 2020 02:26 PM2020-09-09T14:26:43+5:302020-09-09T14:27:19+5:30
फतेहपुरा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना नाना सरनिया गांव में हुई। महिला सरस्वती दामोर ने मंगलवार को तीन महीने के बेटे और पांच साल की बेटी को कथित तौर पर खुद ही कुएं में फेंक दिया और बाद में वह भी कुएं में कूद गई।
दाहोदः गुजरात के दाहोद जिले में पति और ससुरालवालों के उत्पीड़न से परेशान होकर 32 वर्षीय एक महिला ने अपने दो बच्चों को कुएं में कथित तौर पर खुद से फेंक दिया और बाद में खुद भी जान दे दी।
पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। फतेहपुरा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना नाना सरनिया गांव में हुई। महिला सरस्वती दामोर ने मंगलवार को तीन महीने के बेटे और पांच साल की बेटी को कथित तौर पर खुद ही कुएं में फेंक दिया और बाद में वह भी कुएं में कूद गई।
उन्होंने बताया कि महिला के पिता की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत पति और ससुरालवालों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि शवों को कुएं से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
पबजी नहीं खेल पाने की वजह से छात्र ने जान दीः पुलिस
पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में ऑनलाइन गेम पबजी नहीं खेल पाने की वजह से 21 वर्षीय छात्र ने कथित रूप से खुदकुशी कर ली। पुलिस ने रविवार को बताया कि आईटीआई छात्र प्रीतम हलदर ने चकदाह थाना-क्षेत्र के पुरबा लालपुर में स्थित अपने घर में खुदकुशी कर ली। उसकी मां रत्ना ने बताया कि शुक्रवार सुबह नाश्ता करने के बाद हलदर अपने कमरे में चला गया।
उन्होंने बताया, " जब मैं उसे दोपहर के भोजन के लिए बुलाने गई तो उसका कमरा अंदर से बंद था। बार-बार दस्तक देने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला गया तो मैंने पड़ोसियों को बुलाया। वे दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुए तो पाया कि वह पंखे से लटका हुआ है।" पुलिस ने कहा कि उसने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर लिया है।
रत्ना ने दावा किया कि उनका बेटा पबजी नहीं खेल पाने की वजह से मायूस था। पुलिस ने बताया कि परिवार से बात करने के बाद उन्हें लगता है कि प्रीतम ने मोबाइल गेम नहीं खेल पाने की वजह से अपनी जान दी है। गौरतलब है कि सरकार ने बुधवार को पबजी समेत चीन की 118 ऐप को प्रतिबंधित कर दिया था।