अहमदाबाद: खाली पड़े फ्लैट में फांसी के फंदे पर लटकते मिले चार बच्चे समेत एक ही परिवार के छह सदस्य
By भाषा | Published: June 19, 2020 05:03 PM2020-06-19T17:03:13+5:302020-06-19T17:13:42+5:30
गुजरात के अहमदाबाद में एक ऐसा मामला आया है कि जिसने भी सुना वह दंग रह गया। एक ही परिवार के 6 सदस्य अपने मकान में फांसी लगा ली। इसमें 4 बच्चे शामिल हैं।
अहमदाबादः गुजरात के अहमदाबाद शहर में शुक्रवार तड़के एक खाली पड़े फ्लैट में चार बच्चे समेत एक ही परिवार के छह सदस्यों के शव छत से फांसी से लटकते मिले हैं।
वटवा जीआईडीसी पुलिस थाने के निरीक्षक डीआर गोहिल ने बताया कि दो भाइयों अमरीश पटेल (42) और गौरंग पटेल (40) और उनके चार बच्चों के शव वटवा जीआईडीसी क्षेत्र में खाली पड़े फ्लैट से मिले हैं। यह फ्लैट इसी परिवार का है।
निरीक्षक के अनुसार दोनों भाई शहर के अन्य स्थानों पर रहते थे। अधिकारी ने बताया, ‘‘17 जून को ये दोनों भाई अपने बच्चों के साथ निकले थे और अपनी पत्नियों से कहा था कि वे बाहर घूमने जा रहे हैं।’’ उन्होंने बताया, ‘‘ जब ये सभी बृहस्पतिवार रात में भी नहीं लौटे तो दोनों की पत्नियां इस खाली पड़े फ्लैट में गईं। फ्लैट अंदर से बंद था, जिसके बाद दोनों ने मध्यरात्रि में पुलिस से संपर्क किया।’’
अधिकारी ने बताया कि ऐसा संदेह है कि दोनों पुरुषों ने बच्चों को बेहोशी वाली दवा मिला भोजन खिला दिया होगा और खुद को फांसी लगाने से पहले बच्चों को मार दिया होगा। पुलिस ने दो पुरुषों के शव ड्राइंग रूम से, दो बच्चियों - कीर्ति (9) और सान्वी (7) के शव रसोई घर से और 12 वर्षीय दो लड़के मयूर और ध्रुव के शव बेडरूम से बरामद किए। इन सभी का शव फांसी से लटकता हुआ मिला। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच जारी है।
सऊदी अरब से लौटे व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
हमीरपुर जिले के मौदहा कस्बे में सऊदी अरब से लौटे एक व्यक्ति ने कथित रूप से अवसाद में पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। मौदहा की पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) सौम्या पांडेय ने बताया, "कस्बे के चौधराना मुहल्ले में रहने वाला अतीक अहमद (47) अपने घर से घूमने निकला था। जब देर तक घर नहीं लौटा तो परिजन ने उसकी तलाश की और पढोरी रोड में भाई के खेत में लगे बेरी के पेड़ में फांसी के फंदे पर लटका उसका शव पाया।"
उन्होंने बताया, "प्रथमदृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है और मामले की जांच की जा रही है।’’ अतीक के परिजन ने बताया कि वह सऊदी अरब में पहले एक लाख रुपये प्रति माह की नौकरी करता था, जो छूट गयी थी। इसके बाद वह वहीं कम वेतन वाली दूसरी नौकरी करने लगा था, लेकिन वह इस नौकरी से संतुष्ट नहीं था। परिजन ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते मार्च माह में अतीक नौकरी छोड़ कर घर लौट आया था। वह अवसाद में था।
आर्थिक तंगी से परेशान मजदूर ने फांसी लगाई
बांदा जिले के अतर्रा थाना क्षेत्र के उरइहा पुरवा गांव में कथित रूप से आर्थिक तंगी से परेशान होकर मंगलवार को एक मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अतर्रा थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रवींद्र तिवारी ने बताया कि मंगलवार सुबह उरइहा पुरवा गांव में बिसंडा थाना क्षेत्र के तकुली (हस्तम) गांव के रहने वाले युवक रामकेश (20) ने खेत की मेड़ में लगे बेर के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
उन्होंने मृतक के भाई रामअवतार के हवाले से बताया, " रामकेश अपनी दो मौसेरी बहनों की शादी समारोह में शामिल होने उरइहा पुरवा गांव आया था, और शादी में नेग न दे पाने और अच्छे कपड़े न होने की आत्मग्लानि के चलते उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।" परिजन के हवाले से तिवारी ने बताया कि वह पंजाब में मजदूरी करता था और एक माह पहले ही घर लौटा था।" मृतक के भाई रामअवतार ने पुलिस को बताया कि परिवार के ऊपर करीब डेढ़ लाख रुपये का कर्ज है, इसी की अदायगी के लिए पैसे कमाने वह पंजाब गया था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन से काम बंद हो गया और वह गांव लौट आया था।