सरकारी राशि दुरुपयोगः शिकंजे में फंसे मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद, एसवीयू की छापेमारी, करोड़ों रुपये की अनियमितता का आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: November 17, 2021 07:39 PM2021-11-17T19:39:30+5:302021-11-17T19:40:23+5:30
government funds: बिहार विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की टीम ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद के विभिन्न परिसरों पर बुधवार को छापा मार कार्रवाई की.
पटनाः बिहार में पिछले कई कुछ महीनों से निगरानी टीम के निशाने पर बडे़-बडे़ लोग आ रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर शिक्षा का मंदिर कलंकित हुआ है अब मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर शिकंजा कसा गया है. निगरानी की टीम ने राजेंद्र प्रसाद के कई ठिकानों पर छापेमारी की है.
राजेंद्र प्रसाद के पद पर रहते हुए घोर अनिमियतता के आरोप में ये कार्रवाई की गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्रवाई जद में एक विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार भी हैं. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार के ठिकानों पर भी निगरानी की टीम ने छापेमारी की है. मामला अवैध खरीददारी और फायदा पहुंचाने के लिए रिश्तेदारों की एजेंसी को काम देने का है.
राजेन्द्र प्रसाद पर बीस करोड़ की अवैध खरीद का मामला उगाजर हुआ है. कुलपति के पद पर रहते हुए अपने रिश्तेदार की एजेंसी से अवैध तरीके से खरीदारी करने का भी आरोप लगा है. सरकारी आवास समेत अन्य ठिकानों पर अलग-अलग टीमें छापेमारी की है.
बताया जाता है कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र प्रसाद सिंह, इनके निजी सचिव सुबोध कुमार एक फार्म पूर्व ग्राफिक्स एंड ऑफसेट प्रिंटर के मालिक, ओम प्रकाश सिंह जो वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के फाइनेंशियल ऑफिसर व जितेंद्र कुमार रजिस्ट्रार पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय एवं अन्य के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आईपीसी और आर डब्लू के सेक्शन 12,13 और 13बी के साथ साथ पीसी ऐक्ट 1988 के तहत 16 तारीख को केस दर्ज किया गया था. निगरानी विभाग के एडीजी नैयर हसनैन खां ने बताया कि पटना की विशेष निगरानी टीम ने फरवरी 2021 में एक कांड दर्ज किया था.
इसके तहत बोधगया के मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद, कुलपति के नीजी सचिव सह असिस्टेंट सुबोध कुमार, लखनऊ की एक प्रिंटिंग कंपनी पूर्वा ग्राफिक्स एन्ड ऑफसेट, एक्सएलआईसीटी सॉफ्टवेयर, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के फाइनेंस अ़फसर ओमप्रकाश सिंह तथा पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार जीतेन्द्र कुमार के खिलाफ कांड दर्ज किया गया था. इसी केस में मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ निगरानी कोर्ट से सर्च का आदेश मिला था, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
यहां बता दें कि इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी व डीडीयू गोरखपुर के कुलपति रह चुके प्रो.राजेंद्र प्रसाद को 26 सितंबर 2019 को बिहार के मगध विश्वविद्यालय बोधगया का कुलपति बनाया गया था. प्रो.राजेंद्र प्रसाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य रहे हैं. वह रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर रहे हैं.
वहीं इसी साल मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद को वीर कुवंर सिंह विश्विद्यालय आरा के भी कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. सूत्रों के अनुसार राजेंद्र प्रसाद पर आरोप है कि नियमों को किनारे करके कई कॉलेजों को भी मान्यता दे दी थी. निगरानी की टीम ने सारे सबूत जमा कर रखे थे. आज विशेष निगरानी की तीन टीमों ने छापेमारी की है. डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में दो टीम गोरखपुर और बोधगया में छापेमारी में शामिल थी.