गाजियाबाद गैंगरेप केस: पुलिस का चौंकाने वाला खुलासा, दुष्कर्म की वारदात को बताया झूठा, कहा- आरोपियों को फंसाने के लिए रची गई थी साजिश
By विनीत कुमार | Published: October 21, 2022 08:21 AM2022-10-21T08:21:46+5:302022-10-21T08:26:20+5:30
यूपी पुलिस ने गाजियाबाद में दिल्ली की एक महिला से गैंगरेप की वारदात को झूठा करार दिया है। पुलिस ने कहा है कि पूरी साजिश महिला और उसके साथियों द्वारा आरोपियों को फंसाने के लिए रची गई थी। मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा है।
गाजियाबाद: दिल्ली से 40 साल की एक महिला के अपहरण और फिर उसके साथ गैंगरेप के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिए जाने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने पूरे मामले को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस ने दरअसल अब पूरे मामले को ही झूठा करार दिया है। पुलिस ने गुरुवार को महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को झूठा बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि ये एक साजिश रची गई थी क्योंकि महिला और आरोपियों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था।
पुलिस ने इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि महिला के साथ पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया और बर्बरता की। पुलिस ने दावा किया कि पूरी साजिश संपत्ति हड़पने के लिए रची गयी थी, जिसे लेकर महिला और आरोपियों के बीच विवाद था। पुलिस ने बताया कि महिला की मदद करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार ने बताया, 'महिला ने चल रहे संपत्ति विवाद में आरोपी को फंसाने के लिए एक झूठी कहानी बनाने के लिए आजाद नाम के एक व्यक्ति के साथ मिल कर साजिश रची। पुलिस ने मुख्य सरगना आजाद और उसके साथियों गौरव और अफजल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने साजिश में इस्तेमाल की गई एक ऑल्टो कार भी जब्त किया है।'
जनपद गाजियाबाद के थाना नंदग्राम से सम्बन्धित प्रकरण मे महिला द्वारा अपने साथियो के साथ षडयंत्र रचते हुए दर्शायी गई झूठी घटना के खुलासे के सम्बन्ध मे प्रेस ब्रीफिंग करते हुए श्रीमान @igrangemeerut व #SSP_GZB@IPSMUNIRAJ.1/N@CMOfficeUP@UPGovt@homeupgov@Uppolice@NCWIndiapic.twitter.com/jtA12Q8HUo
— GHAZIABAD POLICE (@ghaziabadpolice) October 20, 2022
दिल्ली की महिला के साथ रेप? क्या है पूरा मामला
महिला ने दावा किया था कि उसके साथ पांच लोगों ने दो दिन तक सामूहिक बलात्कार किया था। इस घटना के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी दावा किया था कि 36 साल की महिला बोरे में बंद मिली थी और उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। उन्होंने यह भी दावा किया था कि महिला के गुप्तांगों में लोहे की छड़ डाली गई थी।
हिरासत में लिए गए चार लोगों से पुलिस अब भी पूछताछ कर रही है। इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कहा कि घटना की जांच के लिए वह दो सदस्यीय दल भेजेगा। आयोग ने ट्वीट किया, 'एनसीडब्ल्यू मामले का संज्ञान ले रहा है और पीड़िता के परिवार और संबंधित अधिकारियों से मिलने के लिए दो सदस्यीय तथ्य अन्वेषण दल भेज रहा है।'
खबरों के अनुसार, दिल्ली में अपने घर लौटने के लिए ऑटो-रिक्शा का इंतजार कर रही महिला का गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में आश्रम रोड पर बंदूक के बल पर कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था। बताया गया कि अपहरणकर्ताओं ने महिला को दो दिनों तक बंदी बनाकर रखा और पांच लोगों ने उसके साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया।
मामला 18 अक्टूबर को तब सुर्खियों में आया जब महिला गाजियाबाद के आश्रम रोड के पास पड़ी मिली। इसके बाद पुलिस उसे अस्पताल ले गई और महिला ने शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने कहा, 'जब यूपी पुलिस को घटना की जानकारी मिली, तो महिला को पहले गाजियाबाद के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने मेडिकल जांच कराने से इनकार कर दिया। उसने मेरठ के एक अस्पताल में भी मेडिकल जांच नहीं कराई। उसके कहने पर महिला को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले जाया गया जहां उसका मेडिकल परीक्षण किया गया।'
(भाषा इनपुट)