गयाः मुखबिरी के आरोप में नक्सलियों ने चार लोगों को फांसी पर लटकाया, घर को डायानामाइट लगाकर उड़ाया, दो बेटों और दो बहू को मारा
By एस पी सिन्हा | Published: November 14, 2021 04:19 PM2021-11-14T16:19:39+5:302021-11-14T16:20:53+5:30
बिहार में गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनबार गांव का मामला है. सरयू सिंह भोक्ता का घर डायनामाइट लगा कर ध्वस्त कर दिया.
पटनाः बिहार में एकबार फिर नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है. गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनबार गांव में शनिवार की रात भाकपा माओवादी नक्सलियों ने एक परिवार के चार लोगों की हत्या कर दी. इसके साथ ही सरयू सिंह भोक्ता का घर डायनामाइट लगा कर ध्वस्त कर दिया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर करने के आरोप में इस घटना को अंजाम दिया है. इसके साथ ही नक्सलियों ने घर के बाहर पर्चा भी साट(चस्पा) किया है. नक्सलियों ने हत्या की घटना को अंजाम देते हुए चारों को घर के बाहर बने खटाल में फांसी लगा दी. मारे गए लोगों में एक ही घर के दो पति और उनकी पत्नियां हैं.
इसके बाद गांव के लोगों में दहशत फैलाने के इरादे से उन्होंने एक घर को बम से उड़ा दिया और मोटरसाइकिल में आग लगा दी. जानकारी हो कि सात महीने पहले मोनबार में चार नक्सलियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। नक्सली डुमरिया के मोनबार जंगल में रहने वाले सरयू सिंह भोक्ता के घर घुसे और उनके दो बेटों और दो बहू को मारकर फंदे से टांग दिया.
मारे गए लोगों में सतेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, मनोरमा देवी और सुनीता सिंह शामिल हैं. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने अमरेश कुमार, सीता कुमार, शिवपूजन कुमार और उदय कुमार की हत्या को साजिश बताते हुए, सीआरपीएफ व पुलिस के आलाधिकारी पर भी सवाल खड़ा किया है. विश्वासघात का आरोप लगाते हुए इनलोगों को सूली पर चढ़ा दिया और लिखा कि गद्दारों व विश्वासघाती को ऐसी ही सजा दी जाती है.
घटनास्थल पर लगाया गया पर्चा जन मुक्ति छापाकार सेना, मध्य जोन झारखंड, भाकपा (माओवादी) के नाम से लगाया गया है. नक्सलियों ने पर्चा में लिखा है कि इंसानियत के हत्यारे, गद्दारों और विश्वासघातियों को सजा ए मौत देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. आगे भी ऐसी कार्रवाई चलती रहेगी. उन्हें जहर देकर साजिश का शिकार बनाया गया था.
घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत है. कोई भी इस विषय मे ज्यादा कुछ बताना नहीं चाह रहा. वरीय पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने कहा कि नक्सलियों ने यह कायराना हरकत चुनाव में दबिश दिखाने के लिए की है. हत्या उसी जगह हुई है जहां चार नक्सली एनकाउंटर में मारे गए थे. पुलिस पूरे इलाके में सर्च अभियान कर रही है ताकि शांतिपूर्ण तरीके से पंचायत चुनाव संपन्न कराया जा सके.
एसएसपी ने बताया कि नक्सलियों द्वारा सरयू भोक्ता के घर को डायनामाइट लगाकर डुमरिया में उड़ाया गया है. उस मकान में रह रहे सरयू भोक्ता के दो बेटे व उनकी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया है. एसएसपी ने कहा कि चारों शव को बरामद कर पोस्टमार्टम कराने के लिए गया स्थित अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज भेजा गया है.
ऐसी जानकारी भी सामने आ रही है कि पुलिस और नक्सलियों के बीच पहले हुए मुठभेड मामले में ये बदला लिया गया है. बता दें कि डुमरिया में सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच हुए भुठभेड में चार नक्सली मारे गए थे. दोनों तरफ से सैकडों राउंड फायरिंग हुई थी. पुलिस की मुठभेड़ में जिन चार नक्सलियों को ढेर किया गया था, उनमें एक जोनल कमांडर और तीन सब जोनल कमांडर थे.
सूत्रों के अनुसार नक्सलियों ने उस समय पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के लिए इस परिवार को ही जिम्मेदार मान लिया था. नक्सलियों को यह शंका थी कि इस परिवार से ही नक्सलियों के बारे में जानकारी दी गई थी. आज इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई के रुप में भी देखा जा रहा है.
बताया जा रहा है कि डुमरिया और इमाम गंज मे 24नवंबर को पंचायत चुनाव होना है. भाकपा माओवादी ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है. डुमरिया थाना से उत्तर की ओर मोनबर गांव घने जंगलों में है. मोनबार गांव डुमरिया से पांच किलोमीटर की दूरी पर है.
जंगलों के ग्रामीण पुलिस और भाकपा माओवादी के कोप भाजन बनते हैं. पुलिस भी भाकपा माओवादी के ठहराव के लिए ग्रामीण को दोषी बताकर कार्रवाई करती है तो भाकपा माओवादी भी पुलिस मुखबिरी के आरोप में गांव के लोगों को निशाना बनाते हैं.