मौसेरे भाई-बहन में अवैध संबंध, पति बना बाधक, शराब और मछली खिलाकर पत्नी ने मार डाला, ऐसे हुआ खुलासा
By एस पी सिन्हा | Published: July 6, 2021 02:58 PM2021-07-06T14:58:24+5:302021-07-06T14:59:20+5:30
बिहार के गया जिले में मुफस्सिल थाना अंतर्गत अमरी गांव का मामला है. मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी घूरन मंडल ने बताया कि इस संगीन मामले की जांच के लिए एसएचओ के नेतृत्व में टीम बनायी गई थी.
पटनाः बिहार के गया जिले से रिश्ते को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है, जिसमें अपने मौसेरे भाई से अवैध संबंध में पागल एक महिला ने अपने पति की हत्या करवा दी.
घटना जिले के मुफस्सिल थाना अंतर्गत अमरी गांव की है. जहां गत 28 जून को योगेंद्र पासवान नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी. इस मामले की जांच में जुटी पुलिस ने सनसनखेज खुलासा करते हुए बताया कि योगेंद्र कही हत्या रिश्ते में उसके साले लगने वाले नीरज पासवान ने की थी. हत्या के पीछे का कारण अवैध संबंध था.
इस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी घूरन मंडल ने बताया कि इस संगीन मामले की जांच के लिए एसएचओ के नेतृत्व में टीम बनायी गई थी. उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के कान उसी वक्त खडे़ हो गए, जब प्राथमिकी दर्ज करते वक्त मृतक की पत्नी के मुंह से अपने मौसेरे भाई नीरज पासवान के लिए 'जानू' व 'माइ डियर' जैसे शब्द निकले थे.
इसके बाद पुलिस ने दोनों के मोबाइल को सर्विलांस पर रख दिया और दोनों के ही मोबाइल कॉल डिटेल की जांच की गई. इसके बाद जब नीरज को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने सब उगल दिया. पूछताछ के दौरान नीरज ने बताया कि मृतक योगेंद्र की पत्नी उसकी मौसेरी बहन है और लंबे वक्त से उन दोनों का अवैध संबंध था.
परिवार के अन्य लोगों को भी इसकी जानकारी थी. इस मामले में योगेंद्र की पत्नी ने भी पुलिस को गुमराह करने के लिए अपने भसुर सहित कई लोगों को आरोपित बनाते हुए नामजद अभियुक्त बना दिया था. नीरज ने पुलिस को बताया कि मृतक योगेंद्र दिल्ली में काम करता था तथा लॉकडाउन लगने के बाद वह घर आ गया था. जिसके कारण दोनों को मिलने में दिक्कत हो रही थी.
योगेंद्र की हत्या से करीब एक सप्ताह पहले उसका टनकुप्पा थाने के तहत परसाव के निवासी विनोद पासवान से किसी बात पर अनबन हो गई थी, जिसमें विनोद ने उसे जाने से मारने की धमकी दी थी. बस इसी बात का फायदा उठाते हुए नीरज ने विनोद से साठगांठ किया और एक अन्य युवक के सहयोग से हत्याकांड को अंजाम दिया.
नीरज के अनुसार हत्या वाले दिन परोरिया में लगने वाले साप्ताहिक हाट से डेढ़ किलो मछली और शराब की बोतलें खरीदी गई, फिर मछली को बनाया गया. इसके बाद फिर बन्धुआ व झुमरिया बांध के बीच खुले आसमान के नीचे सुनसान जगह पर रात आठ बजे तक खाने-पीने का दौर चला.
इस दौरान योगेंद्र के मदहोश होने के बाद उसने, विनोद और एक अन्य साथी के साथ मिलकर अपनी गमछी से उसका गला घोट दिया. पुलिस व अन्य लोगों को गुमराह करने के लिए रात भर मृतक को ढूंढने का नाटक करता रहा. इसी बीच मौका मिलने पर शव को देर रात वारदात वाली जगह से हटा कर अमरी रोड स्थित बरसौना बधार में फेंक दिया. पुलिस अब इस मामले में रेणु और नीरज के दो अन्य साथियों की तलाश कर रही है. लेकिन सभी फरार हैं.