द्रमुक विधायक एवं पूर्व मंत्री केपीपी सैमी नहीं रहे, DMK प्रमुख स्टालिन ने कहा- मछुआरा समुदाय के लिए उनके काम याद आएगा
By भाषा | Published: February 27, 2020 05:22 PM2020-02-27T17:22:43+5:302020-02-27T17:22:43+5:30
द्रमुक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने अपने सहयोगी के निधन पर शोक जताते हुए उनके तमाम योगदान, विशेषकर मछुआरा समुदाय के लिए उनके काम को याद किया। सैमी तिरुवोत्तियुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे। दिवंगत एम. करुणानिधि के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में 2006-2011 तक उन्होंने मत्स्य पालन विभाग का कार्यभार संभाला।
द्रमुक विधायक एवं पूर्व मंत्री केपीपी सैमी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 57 वर्ष के थे। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
द्रमुक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने अपने सहयोगी के निधन पर शोक जताते हुए उनके तमाम योगदान, विशेषकर मछुआरा समुदाय के लिए उनके काम को याद किया। सैमी तिरुवोत्तियुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे। दिवंगत एम. करुणानिधि के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में 2006-2011 तक उन्होंने मत्स्य पालन विभाग का कार्यभार संभाला।
सैमी द्रमुक की मुछआरों की शाखा के सचिव भी थे। दुरई मुरुगन सहित पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ स्टालिन उनके आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि देने भी पहुंचे। स्टालिन ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा, ‘‘ मत्स्य पालन विभाग के मंत्री के तौर पर उन्होंने करुणानिधि और मेरे समक्ष हमेशा मछुआरों से जुड़े मुद्दे उठाए और उनके लिए कई कल्याण योजनाएं भी लागू करवाईं। ’’ स्टालिन उस समय उप मुख्यमंत्री थे। द्रमुक प्रमुख ने उनके परिवार और मछुआरा समुदाय के प्रति भी संवेदना व्यक्त की।