पूर्व बसपा नेता व हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र मान का हत्यारा गिरफ्तार, 30 गोली मारकर की थी हत्या, जानें गैंगवार के पीछे की वजह
By पल्लवी कुमारी | Published: September 16, 2019 12:17 PM2019-09-16T12:17:23+5:302019-09-16T13:18:38+5:30
Ex-BSP candidate Virender Mann Murder case: वीरेंद्र मान नरेला के खेड़ा खुर्द का रहने वाला था और पहले बसपा पार्टी से 2013 में विधानसभा और एक बार नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुका था।
दिल्ली के बाहरी इलाके नरेला लामपुर मोड़ पर आठ सिंतबर को पूर्व बसपा नेता व हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र मान (44) की एक गैंगवार में हत्या कर दी गई थी। दिल्ली पुलिस ने इस हत्या के मामले में 25 साल के इनामी बदमाश कपिल मान को गिरफ्तार किया है। कपिल मान पर दिल्ली पुलिस ने 1,25,000, का इनाम रखा था। पुलिस के मुताबिक ये हत्या दुश्मनी और बदला लेने की भावना से की गई थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में मौत के कारणों पर ज्यादा जानकारी नहीं दी है। पुलिस इस मामले में गैंगस्टर जितेंद्र जोगी और कुलदीप सिंह की भी तलाश है। फिलहाल दोनों फरार हैं।
आठ सितंबर की सुबह 10 बजे तकरीबन 10 बदमाशों ने वीरेंद्र मान की सफेद रंग की हुंडई कार पर लगातार फायरिंग की। इस फायरिंग में वीरेंद्र मान को 30 गोलियां लगी और उसका शरीह छली हो गया। इसके अलावा दर्जनों को गोलियां वीरेंद्र मान की कार पर चलाई गईं, जिसे पुलिस ने सबूत के तौर पर रखा है।
Delhi: 25-year-old Kapil Mann who was already declared a 'desperate criminal' by Delhi Police and was carrying a reward of Rs 1,25,000, has been arrested in the murder case of one Virender Mann. Virender was shot dead in Narela area.
— ANI (@ANI) September 16, 2019
पुलिस को इस फायरिंग की जानकारी जैसे ही मिली सारे आरोपी मौके से फरार हो गये। खबरों के मुताबिक हमलावर घात लगातक स्विफ्ट गाड़ी मान के आने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही मान नरेला लामपुर मोड़ पर आये गोलियां की बौछार होने लगी।
वीरेंद्र मान नरेला के खेड़ा खुर्द का रहने वाला था और पहले बसपा पार्टी से 2013 में विधानसभा और एक बार नगर निगम का चुनाव भी लड़ चुका था। वर्तमान में वह आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ था और आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट लेने के प्रयास में लगा था।
वीरेंद्र पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज थे। पुलिस रिकॉर्ड में वह एक हिस्ट्रीशीटर था। उसपर तकरीबन 14 आपराधिक मामले दर्ज थे। कुछ स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह भी दावा किया जाता है कि वीरेंद्र दिल्ली की गैंर नीरज बवानीय के लिए काम करता था।