सेंट्रल जेल भैरवगढ़ में हुए गबन कांड में एक आरोपी और बढ़ा, 10-10 हजार का ईनाम घोषित, जेल अधीक्षक अस्पताल में भर्ती
By बृजेश परमार | Published: March 20, 2023 07:57 PM2023-03-20T19:57:20+5:302023-03-20T19:59:03+5:30
पुलिस की जांच के लिए गठित विशेष टीम के प्रमुख एएसपी डा.इंद्रजीत बाकलवार के अनुसार प्रकरण में जेल अधीक्षक उषा राजे से शनिवार को पूछताछ प्रारंभिक ही हो सकी है। रविवार को उन्हे तलब किए जाने पर वे बयान देने नहीं पहुंची।
उज्जैन: सेंट्रल जेल भैरवगढ़ में हुए जीपीएफ (डीपीएफ) गबन कांड में पुलिस ने एक आरोपी को और नामजद किया है। प्रहरी रिपूदमनसिंह,शैलेन्द्रसिंह के बाद पुलिस ने जारी जांच के चलते घनश्याम लोधी को भी आरोपी बनाया है। फिलहाल तीनों ही फरार हैं। पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के अनुसार तीनों पर 10-10 हजार का ईनाम घोषित किया गया है। जेल अधीक्षक उषा राजे से शनिवार को ही पूछताछ हो सकी है। वे अगले दिन से इंदौर के अस्पताल में भर्ती हैं।
भैरवगढ़ सेंट्रल जेल में संभाग के जेलों में पदस्थ करीब 100 कर्मचारियों के जीपीएफ (डीपीएफ) का गबन हुआ है। गबन की यह राशि 15 करोड़़ से अधिक है। जेल विभाग एवं कोष एवं लेखा विभाग की जांच में ये जानकारी सामने आई है। भैरवगढ़ थाना पुलिस ने जिला कोषालय के सहायक अधिकारी सुरेन्द्र भावर की शिकायत पर एक सप्ताह पूर्व मामले में जेल प्रहरी एवं लेखा शाखा देख रहे रिपूदमनसिंह पर धारा 420 में प्रकरण दर्ज किया था। इसके उपरांत जांच में शैलेन्द्रसिंह का नाम सामने आया था उसे भी आरोपी बनाया गया था। जांच के दरमियान ही एक अन्य प्रहरी घनश्याम लोधी का नाम सामने आने पर उसे भी प्रकरण में नामजद किया गया है।
एसपी शुक्ल के अनुसार प्रकरण में पुलिस ने धारा 409,467,468,471,34 की वृद्धि की है। आरोपियों के बैंक खाते सीज करवाए गए हैं।उनके खातों से पैसा ट्रांसफर होने वाले खातों पर भी नजर रखी जा रही है। प्रकरण में आगे तथ्य एवं साक्ष्य के आधार पर धाराओं में और वृद्धि की जा सकती है। आरोपियों के अकाउंट से जिन अकाउंट में पैसा गया है उनसे भी पुलिस पूछताछ की तैयारी की गई है। ऐसे करीब 30-32 खाता धारकों को चिन्हित किया गया है।
पुलिस की जांच के लिए गठित विशेष टीम के प्रमुख एएसपी डा.इंद्रजीत बाकलवार के अनुसार प्रकरण में जेल अधीक्षक उषा राजे से शनिवार को पूछताछ प्रारंभिक ही हो सकी है। शनिवार को उनके असहयोगी रूख के कारण उन्हे हिरासत में लेकर भैरवगढ़ थाना पर 10 बजे तक महिला अधिकारियों की उपस्थिति में प्रारंभिक पूछताछ ही हो सकी थी। रविवार को उन्हे तलब किए जाने पर वे बयान देने नहीं पहुंची। सीएसपी ने उन्हें संपर्क किया था। सीएसपी अनिल मौर्य के अनुसार रविवार को उन्हें बयान के लिए थाना आना था लेकिन उनके नहीं आने पर उन्हें उनके मोबाईल नंबर पर संपर्क किया गया तो उधर से उनकी बेटी ने मोबाईल उठाकर बताया कि मम्मी को इंदौर के मेडिकेयर अस्पताल में भर्ती किया गया है, माईनर अटैक के चलते उन्हे यहां लाए हैं वे आईसीयू में हैं। जेल अधीक्षक से सीधे बात नहीं हो सकी थी। प्रकरण में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम और सायबर सेल लगी हुई हैं।