11 साल की नाबालिग बनी मां, 19 वर्षीय युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 8, 2021 03:35 PM2021-12-08T15:35:02+5:302021-12-08T15:35:49+5:30
पुलिस ने बुधवार को बताया कि अस्पताल से मिली सूचना के आधार पर लड़की के परिजनों से संपर्क किया गया, जिसके बाद उदयपुर के खेरवाड़ा थाने में 19 वर्षीय युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है।
उदयपुरःराजस्थान के डूंगरपुर जिले के सरकारी अस्पताल में 11 साल की नाबालिग ने एक बच्ची को जन्म दिया। पुलिस ने इस मामले में एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बुधवार को बताया कि अस्पताल से मिली सूचना के आधार पर लड़की के परिजनों से संपर्क किया गया, जिसके बाद उदयपुर के खेरवाड़ा थाने में 19 वर्षीय युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। ऋषभदेव (उदयपुर) के क्षेत्राधिकारी विक्रम सिंह ने कहा, ‘‘लड़की को पिछले हफ्ते बृहस्पतिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
दो दिन बाद शनिवार को उसने एक बच्ची को जन्म दिया। सूचना पर, हमने परिवार से संपर्क किया जिसके बाद उसके पिता ने रविवार को एक युवक के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया है।' अधिकारी ने कहा कि आरोपी फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।
मुजफ्फरनगर में दुष्कर्म की कोशिश का मामला : फरार स्कूल प्रबंधक गिरफ्तार
मुजफ्फरनगर जिले में व्यावहारिक परीक्षा की आड़ में दो लड़कियों को दूसरे स्कूल ले जाकर उनसे बलात्कार करने की कोशिश के आरोपी स्कूल प्रबंधक को मंगलवार देर रात को पुरकाजी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि स्कूल प्रबंधक फरार था। अर्जुन सिंह को पकड़ लिया गया जबकि अन्य आरोपी प्रबंधक योगेश चौहान को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया और 21 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस बीच, पुलिस ने मंगलवार शाम को दोनों लड़कियों को एक महिला मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया और आपराधिक दंड संहिता की धारा 364 के तहत उनके बयान दर्ज कराए।
मुजफ्फरनगर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया था कि स्कूल के दोनों प्रबंधक 17 लड़कियों को पुरकाजी इलाके के कम्हेडा गांव में व्यावहारिक परीक्षा के लिए एक अन्य स्कूल ले गए थे जहां उन्हें रात भर रहना था। एक अन्य स्कूल में रात को रुकने के दौरान प्रबंधकों ने दो लड़कियों को पानी में कोई नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाने के बाद उनसे दुष्कर्म की कोशिश की। यह घटना तब सामने आयी जब लड़कियां घर लौटी और उन्होंने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी और उन्होंने पुरकाजी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी।
पुलिस ने मामले पर त्वरित कार्रवाई नहीं की। बहरहाल, भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक प्रमोद उत्वाल के हस्तक्षेप के बाद दोनों स्कूल प्रबंधकों पर मामला दर्ज किया गया। पुरकाजी पुलिस थाने के एसएचओ वी के सिंह का मामले में अपनी ड्यूटी में कथित तौर पर लापरवाही बरतने के लिए पुलिस लाइंस तबादला कर दिया गया। दोनों स्कूल प्रबंधकों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 328 और 354 तथा बाल यौन अपराध संरक्षण कानून की धारा सात और आठ के तहत मामला दर्ज किया गया।