दांत में दर्द था, डॉक्टर ने बेहोश करके काट दी गर्दन, किए शव के 50 टुकड़े, यूँ चढ़ा पुलिस के हत्थे
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 7, 2019 07:50 AM2019-02-07T07:50:48+5:302019-02-07T07:52:34+5:30
डॉक्टर की पत्नी और ड्राइवर की पत्नी पार्टनर थी डॉ. की पत्नी की एक साल पहले मौत हो चुकी है.
होशंगाबाद। ड्राइवर वीरेंद्र उर्फ वीरू के दांत में दर्द था. वो हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील मंत्री के पास पहुंचा. डॉक्टर ने उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया और फिर गर्दन काट दी. उसके शरीर के 50 से ज्यादा टुकड़े किए फिर एसिड से गलाकर पूरी लाश को डंप करने वाला था कि खुलासा हो गया. यह दावा पुलिस ने किया है.
कहा जा रहा है कि ड्राइवर वीरेंद्र पचौरी उर्फ वीरू की पत्नी से डॉक्टर के अवैध संबंध थे. जिसका फायदा उठाकर वह एक साल से डॉक्टर को ब्लैकमेल कर रहा था. हत्या की बात वीरू के पिता के शोर की वजह से सामने आई. वो बेटे को ढूंढते हुए मंगलवार को डॉक्टर के घर पहुंचे. जहां दोनों के बीच हुए विवाद के बीच किसी ने पुलिस को इसकी जानकारी दे दी.
वीरू के पिता के कहने पर पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो ड्राइवर के शव के टुकड़ों को एसिड सहित नाले में बहाने की डॉक्टर की खौफनाक साजिश का पर्दाफाश हो गया. बाथरूम का दरवाजा खोलते ही चीख उठा कांस्टेबल पुलिस की टीम जब डॉक्टर के घर तलाशी ले रही थी, तब घर के बाहर आसपास रह रहे लोगों की भीड़ लग गई.
जैसे ही एक कांस्टेबल ने बाथरूम का दरवाजा खोला तो चीखते हुए बोला- साहब! जल्दी आओ, इधर कुछ है. अंदर 4 आरियां थीं. उसके बीच में सीधे पैर के एक दर्जन टुकड़े सहित छोटे-छोटे टुकड़े थे.
वहीं, टॉयलेट के बाहर एसिड से भरा ड्रम मिला. जिसमें ड्राइवर वीरू के सिर और हाथ तैर रहे थे. पुलिस को नीचे हॉल में भी जगह-जगह खून के निशान, डॉक्टर के हाथ पोंछने के कपड़े, हाथ के दस्ताने खून से सने पड़े मिले.
ड्राइवर की हत्या की सूचना मिलने पर पुलिस ने पूरे मकान को अपने कब्जे में ले रखा था. मंगलवार रात 9.30 बजे बोरे में शव के टुकड़ों को ले जाया गया.
डॉक्टर की पत्नी और ड्राइवर की पत्नी पार्टनर थी डॉ. की पत्नी की एक साल पहले मौत हो चुकी है. वह घर में अकेला रहता था. परिवार में एक बेटा और बेटी हैं. दोनों मुंबई में रहते हैं. ड्राइवर की पत्नी और आरोपी की पत्नी बुटीक चलाती थीं. इसी वजह से घर में ड्राइवर की पत्नी का आना-जाना था.
मृतक की पत्नी को शिनाख्त के लिए डॉक्टर के घर लाया गया, तो बोली- देख नहीं पाऊंगी पर तीन घंटे बैठी रही, उसके आंसू तक नहीं आए. पुलिस मृतक की पत्नी से पूछताछ करेगी.
शव का पोस्टमॉर्टम भोपाल के मेडिको लीगल के विशेषज्ञों द्वारा हमीदिया अस्पताल में किया जाएगा. इसके लिए शव के टुकड़े होशंगाबाद से भोपाल भेजे जा रहे हैं. भोपाल में डीएनए के लिए सैंपल लिए जाएंगे.
गोकशी मामले में तीनों आरोपियों पर लगाया गया रासुका
खंडवा में गोवंश की हत्या के मामले में खंडवा जिला प्रशासन ने तीन आरोपियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए रासुका लगाया है. कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेश में गोवंश मामले को लेकर ये अब तक की पहले सबसे बड़ी कारवाई है. ये तीनों आरोपी खंडवा के निवासी हैं.
उल्लेखनीय है कि खंडवा के खरकली गांव में नदी किनारे गोवंश काटने और उसका मांस निकालने की सूचना पुलिस को मिली थी. इसके बाद मोघट पुलिस ने दलबल के साथ मौके पर दबिश देकर आरोपियों को हथियार के साथ धर दबोचा.
गिरफ्तार आरोपियों में से दो आरोपी राजू उर्फ नदीम और शकील और आजम को गोवंश की हत्या के मामले में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है. खंडवा एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा की पहल पर खंडवा कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने तीनों आरोपियों के खिलाफ रासुका की कारवाई की है.
आरोप है कि इन तीनों का मुख्य व्यवसाय गोवंश की तस्करी का रहा है. लेकिन सबूत के अभाव में प्रशासन कार्रवाई नहीं कर पा रहा था. एसपी बहुगुणा ने बताया कि विस्तृत जांच के बाद राजू, शकील और आजम नाम के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. तीनों में से एक आरोपी पहले भी गोहत्या में शामिल था.