कारोबारी के घर में मिले 80 करोड़ कैश से भरे तीन 'बिस्तर', सारी रकम 1000-500 के बंद हो चुके नोटों में
By कोमल बड़ोदेकर | Published: January 17, 2018 11:05 AM2018-01-17T11:05:15+5:302018-01-17T11:40:05+5:30
नोटबंदी के करीब 14 महीनें बाद हजार और पांच सौ रुपए के नोटों की एक बड़ी खेप बरामद की गई है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने बड़ी मात्रा में 500 और एक हजार के पुराने नोट जब्त किए हैं। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कानपुर के दो नामी लोगों के यहां छापा मारा और (बंद हो चुके 500 और एक हजार रुपए के नोटों) 80 से 100 करोड़ रुपए समेत सात लोगों को हिरासत में लिया है। दावा किया जा रहा था कि नोटबंदी के बाद बंद हो चुके सभी नोट सरकार के कोष में चले गए हैं, लेकिन नोटबंदी के करीब 14 महीनें बाद हजार और पांच सौ रुपए के नोटों की एक बड़ी खेप बरामद की गई है।
कारोबारी ने इन नोटों के तीन बड़े बिस्तर बना रखे थे। इन नोटों को एक्सचेंज एजेंसी के जरिए खपाए जाने की योजना थी लेकिन एनआईए और क्राइम ब्रांच की सूचना पर एसएसपी अखिलेश कुमार ने एसपी पश्चिम डॉ. गौरव ग्रोवर और एसपी पूर्वी अनुराग आर्य की टीम के साथ स्वरूपनगर, गुमटी, जनरलगंज और अस्सी फिट रोड स्थित व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर इन नोटों के साथ सात लोगों को हिरासत में लिया है। छापेमारी के दौरान पूछताछ और नोटों की गिनती का सिलसिला पूरी रात चलता रहा।
गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई नोटबंदी की घोषणा के बाद पांच सौ और एक हजार रुपए नोट चलन से बाहर हो गए थे। इनके बदले दो हजार रुपए और पांच सौ रुपए के नए नोट चलन में हैं।
नोटबंदी के बाद पीएम मोदी ने दावा किया था कि इस कदम से कालाधन, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, नक्सलवाद और कश्मीर में हो रही पत्थरबाजी जैसी घटनाओं पर अंकुश लगेगा, लेकिन बाद में सरकार ने इसे कैशलेस इकॉनमी से जोड़ दिया था।