सत्यापन अभियान और अवैध निर्माण की फोटो लेने गए थे, छत गिरने से दिल्ली पुलिस के एएसआई की मौत, कांस्टेबल घायल
By भाषा | Published: August 12, 2020 09:39 PM2020-08-12T21:39:43+5:302020-08-12T21:39:43+5:30
पुलिस स्वतंत्रता दिवस से पहले शहर भर में किरायेदारों का सत्यापन अभियान चला रही है। बाड़ा हिंदू राव थाने में तैनात एएसआई जाकिर हुसैन (49) और कांस्टेबल देबू (32) इसी अभियान के सिलसिले में राम बाग रोड गए थे।
नई दिल्लीःदिल्ली पुलिस के एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) की बुधवार को उस समय मौत हो गयी जब वह किराएदारों के सत्यापन अभियान के तहत उत्तर दिल्ली में एक इमारत में गए थे।
उसी दौरान मकान की छत गिर गयी। इस घटना में एक कांस्टेबल घायल हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुलिस स्वतंत्रता दिवस से पहले शहर भर में किरायेदारों का सत्यापन अभियान चला रही है। बाड़ा हिंदू राव थाने में तैनात एएसआई जाकिर हुसैन (49) और कांस्टेबल देबू (32) इसी अभियान के सिलसिले में राम बाग रोड गए थे।
वे सुबह करीब 10.20 बजे एक इमारत में पहुंचे और देखा कि उसके तीसरे तल पर अवैध निर्माण किया जा रहा है। वे दोनों इसकी जांच और तस्वीरें लेने के लिए तीसरी मंजिल पर पहुंचे। वे जिस छत पर खड़े थे, वह नीचे धंस गयी और दोनों नीचे गिर गए। हुसैन जमीन पर गिर पड़े, वहीं देबू दूसरी मंजिल पर गिर गए।
इस घटना में देबू को मामूली चोट आयी है। पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों की मदद से हुसैन को अरुणा आसफ अली अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। देबू को पीठ, हाथ, कंधे में मामूली चोट आयी और इलाज के बाद शाम में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। देबू ने घटना का ब्योरा देते हुए कहा कि किराएदार सत्यापन अभियान के तहत वे दोनों एक मकान में गए थे और उसी दौरान उन्होंने एक अन्य मकान में तीसरी मंजिल पर अवैध निर्माण होते देखा।
उन्होंने कहा कि वह मकान जर्जर स्थिति में था और उसकी छत का एक हिस्सा पहले ही टूटा हुआ था। उन्होंने कहा कि जैसे ही वे दोनों उस मकान की तीसरी मंजिल पर पहुंचे, वह धंस गयी। हुसैन जमीन पर गिए गए जबकि वह दूसरी मंजिल पर गिर गए। स्थानीय लोगों की मदद से वह मलबे से निकले और एएसआई को ढ़ूंढना शुरू किया। बाद में वह जमीन पर बेहोश मिले। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) मोनिका भारद्वाज ने बताया कि हमने भारतीय दंड संहिता की धारा 288 और 304 ए के तहत मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि हुसैन 1993 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे। वह उत्तर प्रदेश मे मेरठ जिले के गनवारा गांव के निवासी थे। वह यहां अपनी पत्नी, दो बेटों और एक बेटी के साथ वजीराबाद में रहते थे। पुलिस ने बताया कि देबू अपने माता-पिता और पत्नी के साथ बाहरी दिल्ली में रहते हैं।