दिल्ली पुलिस का एक चेहरा ऐसा भी, 5 करोड़ की लूट में शामिल, जहांगीरपुरी की महिला ने लगाया था रेप का आरोप
By पल्लवी कुमारी | Published: October 16, 2019 02:33 PM2019-10-16T14:33:38+5:302019-10-16T14:33:38+5:30
आरोपी सचिन थाने की विशिष्ट टीम में शामिल था। जो अपराधियों की धरपकड़ करती थी। कई अपराधियों को पकड़ने की वजह से सचिन को साल 2018 में बेस्ट कांस्टेबल का खिताब मिला था।
दिल्ली पुलिस के एक पुरस्कार जीतने वाला पुलिसकर्मी पर पांच करोड़ रुपये की लूट में फरार रहने का आरोप है। यह लूट अगस्त 2019 में पानीपत के बैंक में हुई थी। खबरों के मुताबिक 12 बदमाशों ने अगस्त में पानीपत स्थित बैंक में सेंध लगाकर लॉकर तोड़ा व पांच करोड़ के आभूषण चुरा लिए थे। आरोपी पुलिस का नाम सचिन है, जो कि 2009 बैच का कांस्टेबल है। सचिन दिल्ली के आदर्शनगर थाने में तैनात था।
पानीपत बैंक लूट के केस जांच में फुटेज में सचिन भी नजर आया था। पुलिस ने सचिन के पानीपत स्थित घर पर छापा मारकर पिता व मामा को 12 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया है। सचिन का साला भी दिल्ली पुलिस में सिपाही है, जो यमुनापार में तैनात है। पानीपत सीआईए ने सचिन के साले से भी पूछताछ की, उससे कोई जानकारी नहीं मिली।
पुलिस को इस सूचना मिली थी कि सचिन इन दिनों पश्चिम यूपी के बागपत में अपने रिश्तेदार के घर पर छिपा हुआ है। लेकिन छापेमारी में वह पकड़ा नहीं गया। सचिन की तलाश के लिए पानीपत पुलिस ने बागपत पुलिस से भी सम्पर्क किया है। हालांकि, अभी वह पुलिस पकड़ से दूर है।
सचिन को बेस्ट कांस्टेबल का मिल चुका है खिताब
सचिन को थाने की विशिष्ट टीम में शामिल किया गया था, जो अपराधियों की धरपकड़ करती थी। कई अपराधियों को पकड़ने की वजह से सचिन को साल 2018 में बेस्ट कांस्टेबल का खिताब मिला था। उसने डॉक्टर के अपहरण के मामले को बड़ी समझदारी के साथ सुलझाया था। जनवरी 2019 में सचिन पर जहांगीरपुरी की रहने वाली महिला ने रेप का भी चार्ज लगाया था। महिला ने बताया था कि सचिन के साथ उसकी दोस्ती थी। जिसके बाद सचिन को निलंबित कर पुलिस लाइन में ट्रांसफर कर दिया गया था।