नए मोबाइल फोन को लेकर पति से कहासुनी, पत्नी ने आग लगाकर आत्महत्या की, ऑनलाइन क्लास पर हुआ था झगड़ा
By भाषा | Published: May 28, 2020 08:52 PM2020-05-28T20:52:23+5:302020-05-28T20:52:23+5:30
बच्चों की ऑनलाइन कक्षाओं को लेकर पति और पत्नी आपस में झगड़ बैठे। पत्नी ने कहा कि हमें नया मोबाइल चाहिए। इस बात पर बहस होने लगी और महिला ने मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। महिला की मौत हो गई।
नई दिल्लीः दक्षिणी दिल्ली के मैदान गढ़ी इलाके में नए मोबाइल फोन को लेकर पति से कहासुनी के बाद एक महिला ने कथित रूप से आग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि ज्योति मिश्रा (29) अपने बच्चों की ऑनलाइन कक्षाओं के लिये नया मोबाइल फोन दिलाने की मांग कर रही थी।
बुधवार को जब उसके पति प्रमोद मिश्रा ने मोबाइल फोन खरीदने के लिए कुछ दिन तक इंतजार करने के लिये कहा तो उसने अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। उन्होंने कहा कि महिला को 90 प्रतिशत तक जली हुई अवस्था में सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया गया, जहां बृहस्पतिवार को उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, ''महिला गंभीर रूप से जली हुई थी। महिला ने बयान दिया कि उसकी पति से साथ कहासुनी हुई, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।'' महिला के भाई चन्द्र शेखर पांडे, उसके पति और पडो़सी मुन्ना शर्मा के बयान दर्ज कर लिये गए हैं। उसके भाई ने किसी तरह का शक नहीं जताया है। पुलिस ने कहा कि उसे घटनास्थल से प्लास्टिक की कैन और माचिस की तीलियां मिली हैं। प्रमोद की सात साल पहले शादी हुई थी और दंपति के दो बच्चे हैं।
आर्थिक तंगी से परेशान दो प्रवासी मजदूरों ने की आत्महत्या
बांदा जिले में कथित रूप से आर्थिक तंगी से परेशान दो प्रवासी मजदूरों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मटौंध थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रामेंद्र तिवारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि थाना क्षेत्र के लोहरा गांव के रहने वाले मजदूर सुरेश (22) ने बुधवार को खेत में लगे एक पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह लॉकडाउन में दिल्ली में फंसा था और पांच दिन पूर्व ही अपने गांव लौटा था।
मृत युवक के परिजनों के हवाले से उन्होंने बताया कि दिल्ली से लौटने के बाद उसके पास खर्च के लिए पैसे नहीं थे, जिसके चलते उसने फांसी लगा ली। शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है और घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। ऐसी ही एक अन्य घटना पैलानी थाना क्षेत्र के सिंधन कलां गांव की है। यहां दस दिन पूर्व मुंबई से लौटे प्रवासी मजदूर मनोज (20) ने बुधवार को अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
उसके पड़ोसी अभिलाष ने बताया कि मनोज मुंबई में एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से कंपनी बंद हो गयी, जिससे वह गांव लौट आया था। उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी और वह अकेला था। मुंबई से लौटने के बाद उसके पास राशन आदि भी खरीदने के लिए धन नहीं था।
पैलानी के थाना प्रभारी निरीक्षक बलजीत सिंह ने बताया कि पोस्टमॉर्टम कराने के बाद ग्रामीणों ने मृत प्रवासी मजदूर मनोज के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक के गांव के लोग उसकी आत्महत्या की वजह आर्थिक संकट बता रहे हैं, मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।