दिल्ली में धड़ल्ले से चल रही है रेमेडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी, पुलिस ने नर्स सहित चार लोगों को किया गिरफ्तार
By दीप्ती कुमारी | Published: May 5, 2021 01:17 PM2021-05-05T13:17:20+5:302021-05-05T13:20:40+5:30
दिल्ली के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली नर्स अपने तीन सहयोगियों के साथ मिलकर मृत रोगियों के लिए लाए गए रेमेडिसीवर इंजेक्शन की चोरी करती पकड़ी गई है।
दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक निजी अस्पताल में काम करने वाली नर्स को मृत रोगियों के रेमेडिसिवर इंजेक्शन चोरी कर उसे ब्लैक में बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह घटना दिल्ली के मूलचंद अस्पताल की है। आरोप है कि 24 वर्षीय नर्स कोरोना संक्रमित रोगियों के मर जाने के बाद उनके लिए लाए गए इंजेक्शन चुराया करती थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नर्स अस्पताल से इंजेक्शन चुराकर अपने दोस्तों को देती थी और उसके दोस्त इसे मंहगे दामों में बेचते थे। पुलिस ने नर्स और उसके तीन दोस्तों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया और मौके पर कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवा की सात शीशियां भी जब्त की है ।
दिल्ली के एडिशनल डीसीपी गुरिकबाल सिंह सिधू ने कहा कि आरोपी की पहचान ललितेश चैहन के रूप में की गई है। वह मूलचंद अस्पताल में नर्स के पद पर कार्यरत हैं। डीसीपी के अनुसार ललितेश के दोस्त शुभम पटनायक और उसके दूसरे सहयोगी विशाल कश्यप सहित विपुल वर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक शुभम ने नर्सिंग अटेंडेंट कोर्स किया है। वहीं विशाल कश्यप और विपुल शर्मा दिल्ली सरकार के इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन बिहेवियर एंड एलाइड साइंस में क्लर्क के रूप में काम करते हैं।
पुलिस ने बताया कि ऐसी गुप्त जानकारी मिली थी कि विपुल अवैध रूप से कोविड रोगियों के परिवार को इंजेक्शन देने पीतमपुरा जाने वाला है। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर विपुल को मौके पर दो रेमेडिसविर इंजेक्शन की शीशियों के साथ गिरफ्तार किया । साथ ही उसके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया ।