दिल्ली में चीनी मांझे ने ली 28 वर्षीय सिविल इंजीनियर की जान, रक्षाबंधन के दिन स्कूटर पर जाते वक्त ऐसे फंसा गर्दन में मांझा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 17, 2019 10:46 AM2019-08-17T10:46:45+5:302019-08-17T10:46:45+5:30
सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में ग्लास कोटेड और अन्य खतरनाक मांझों के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई हुई है। इसके बावजूद देश की राजधानी दिल्ली में न केवल ऐसा मांझा खरीदा गया बल्कि इस्तेमाल भी किया गया है।
दिल्ली में चीनी मांझे से 15 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन चीनी मांझे से एक सिविल इंजीनियर की मौत हो गई है। 28 साल के सिविल इंजीनियर मानव शर्मा स्कूटर पर अपनी दो बहनों के साथ किसी रिश्तेदार के घर जा रहा था। इसी दौरान पश्चिम विहार इलाके में चीनी मांझा उसकी गर्दन में अटक गया जिससे काफी गहरा कट लगा। जिसके बाद वो स्कूटर चलाते-चलाते वो नीचे गिर गया और जब उसको अस्पताल ले जाया गया तो उसकी मौत हो गई। हालांकि इस घटना में दोनों छोटी बहनों को कोई नुकसान नहीं हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पुलिस के मुताबिक मांझे ने गर्दन में इतना गहरा घाव कर दिया कि मानव स्कूटर चलाते-चलाते नीचे गिर पड़ा था। मौके पर पहुंचे लोगों ने जख्मी मानव को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सिविल इंजीनियर मानव शर्मा बुध विहार में रहता था और एक प्राइवेट बिल्डर के यहां बतौर सिविल इंजीनियर काम करता था। सिविल इंजीनियर मानव शर्मा बुध विहार से अपनी चाची के यहां हरि नगर रक्षाबंधन सेलिब्रेट करने जा रहे थे।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस पर होने वाली पतंगबाजी के दौरान चीनी मांझे से दर्जनों लोगों के घायल होने की खबरें आई था। 17 मामले आईपीसी की धारा 188 के तहत दर्ज किए गए। जिनमें लोग ग्लास कोटेड चीनी मांझे का इस्तेमाल पतंग उड़ाने के लिए कर रहे थे।