मां के साथ दो बेटियों की कार में झुलसकर मौत, पुलिस को पति पर शक, जानें पूरा मामला?
By भाषा | Published: March 11, 2019 08:42 PM2019-03-11T20:42:12+5:302019-03-11T20:42:12+5:30
दिल्ली पुलिस ने बताया कि अंजना और उपेंद्र के अलावा उनकी तीनों बेटियां निक्की (एक), माही (छह) और सिद्धि (चार) भी थीं। ये सभी कालकाजी मंदिर से अपनी डैटसन गो कार में लौट रहे थे तभी कार में आग लग गयी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार(10 मार्च) रात को व्यस्त अक्षरधाम फ्लाईओवर के पास एक कार में आग लग जाने से उसमें बैठी 34 वर्षीय महिला और उसकी दो बेटियों की झुलसकर मौत होने के मामले में महिला के परिवार वालों ने साजिश की आशंका जतायी है और महिला के पति पर उसकी हत्या का आरोप लगाया है।रविवार को उपेंद्र (36) अपनी पत्नी अंजना मिश्रा (मृतका) को 13 साल की शादीशुदा जिंदगी में पहली बार बाहर घुमाने ले गया था।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि अंजना और उपेंद्र के अलावा उनकी तीनों बेटियां निक्की (एक), माही (छह) और सिद्धि (चार) भी थीं। ये सभी कालकाजी मंदिर से अपनी डैटसन गो कार में लौट रहे थे तभी कार में आग लग गयी।
पुलिस ने बताया कि उपेंद्र कार चला रहा था और वह अपनी बेटी सिद्धि के साथ कार से निकलने में सफल रहा। हालांकि परिवार के अन्य तीन सदस्य जलती कार के अंदर ही फंसे रह गये और आग में झुलसकर उनकी मौत हो गयी।
मृतका के रिश्तेदार ब्रज किशोर दीक्षित ने दावा किया कि उपेंद्र 13 साल की अपनी शादीशुदा जिंदगी में अपनी पत्नी को कभी बाहर घुमाने लेकर नहीं गया।
लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के शवगृह के बाहर दीक्षित ने कहा, ‘‘अचानक उसका घूमने का कार्यक्रम बनाना, यह हम सभी को हजम नहीं हो रहा है। पहली बेटी के जन्म के बाद से ही उसने पत्नी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था क्योंकि उसे बेटा चाहिए था, बेटी नहीं।’’ इसी अस्पताल में अंजना और उसकी बेटियों का पोस्टमॉर्टम हुआ है।
दीक्षित ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि यह कोई हादसा नहीं है। यह एक सुनियोजित हत्या है और हम पुलिस से इस संबंध में खासकर कार की जांच करने का अनुरोध करते हैं। हम अंजना के लिये न्याय चाहते हैं।’’
अंजना और उपेंद्र एटा के रहने वाले हैं और 2005 में उनकी शादी हुई थी। उपेंद्र कार के एक शोरूम में काम करता है जबकि अंजना गृहणी थी।
अंजना के एक अन्य रिश्तेदार श्याम ने कहा, ‘‘उपेंद्र उसे अक्सर पीटता और प्रताड़ित करता था। इससे पहले उसने कई बार उसे धमकी भी दी थी और अक्सर कहता था कि वह उसे जलाकर मार डालेगा। एक बार उसने गैस सिलेंडर भी खोल दिया था।’’
अन्य रिश्तेदार आलोक ने बताया कि ना तो उपेंद्र और न ही उसके परिवार के सदस्यों ने उन्हें इस घटना की जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘‘उसे अंजना खूबसूरत नहीं लगती थी। वह उसे गालियां देता था। कई बार उसने हमें कहा था कि वह उसकी हत्या कर देगा और वे कुछ नहीं कर पायेंगे। उसके अवैध संबंध भी थे।’’
उपेंद्र ने हालांकि इन आरोपों से इनकार किया है। उसने कहा, ‘‘आखिर मैं अपनी पत्नी और बेटियों की हत्या क्यों करूंगा? मैं उन्हें बहुत चाहता था। यह एक हादसा था और आग कार के डैशबोर्ड से लगनी शुरू हुई थी।’’
शवगृह के बार उपेंद्र ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें बचाने की कोशिश की और उन्हें बचाते हुए मैं भी झुलस गया। मेरी पत्नी और बेटियां कार में जिंदा जल गयीं और मैं उन्हें बचा नहीं सका।’’
उपेंद्र ने कहा, ‘‘मैंने ओला से यह कार अपने भाई के लिये ली थी। यह डैटसन गो की 2018 मॉडल थी। हमने शुक्रवार को गाड़ी ली थी और सोमवार से इसकी पहली राइड होने वाली थी। चूंकि मेरी छुट्टी थी इसलिए मैं अपने परिवार के साथ घूमने के लिये कालकाजी मंदिर गया था।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस मामले की हत्या के पहलू से जांच कर रही है, इस पर डीसीपी (पूर्वी) जसमीत सिंह ने बताया कि जांच जारी है और मामले में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।उन्होंने कहा कि उन्हें फॉरेंसिक साइंस प्रयोगशाला से रिपोर्ट मिलने का इंतजार है।