दरभंगा में पंचायत के दबाव में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने खाया जहर, जान मारने की धमकी, खटमल मारने की दवा खाई
By एस पी सिन्हा | Published: January 15, 2021 04:45 PM2021-01-15T16:45:37+5:302021-01-15T16:46:43+5:30
बिहार में दरभंगा जिले के कमतौल थाना क्षेत्र के मिल्की गांव में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने जहर खा लिया. केस दर्ज कराने के बाद आरोपी की गिरफ्तारी हो गई थी
पटनाः बिहार के दरभंगा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है. जिले के कमतौल थाना क्षेत्र के मिल्की गांव में एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने गुरुवार को पंचों के दबाव में आकर जहर खा लिया.
यहां पंचायत के द्वारा नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को जबरन केस वापस लेने का दबाब बनाते हुए कहा गया कि अगर पीड़िता केस वापस नही लेती है, तो इसका अंजाम बुरा होगा. जिससे पीड़िता ने डर कर जहर खा ली. जब इस बात की जानकारी परिवार के सदस्यों को लगी, परिजन ने आनन फानन में पीड़िता को इलाज के लिए डीएमसीएच भर्ती कराया है.
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि दुष्कर्म मामले को लेकर गांव में पंचायत बुलाई गई थी. इस दौरान पीड़िता पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था. ऐसा नहीं करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई. इसी डर के कारण उसने जहर खा लिया. बताया जाता है कि छह माह पहले नाबालिग लड़की के साथ गांव के ही एक युवक ने दुष्कर्म किया था.
आरोपित के खिलाफ कमतौल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी
इस मामले में आरोपित के खिलाफ कमतौल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. आरोपित फिलहाल जेल में है. इसी मामले को लेकर गांव में पंचायत बुलाई गई थी. इसमें पीड़िता और उसके परिवार के सदस्यों पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था. वहीं, थाना प्रभारी सरवर आलम ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि गांव में पंचायत हुई थी.
इस दौरान पीड़िता पर जबरन समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा था. इसी कारण पीडिता ने खटमल मारने की दवा खा ली. परिजन उसे जाले रेफरल अस्पताल ले गए. वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे डीएमसीएच ले जाया गया. पुलिस घटना की तहकीकात में जुटी हुई है. वहीं पीड़िता की मां ने बताया की पंचायत में हुई बातों को बताने हम कमतौल थाना गये थे.
लोगों के डर से मेरी बेटी घर मे रखे खटमल मारने की दवा खा गई
जिस केस के आईओ मनोज कुमार ने कहा की यह पंचायत का मामला है जा कर खुद से सलट लीजिए. उसी बीच मेरे घर पर मेरी बेटी अकेली थी तभी मो. इस्लाम सेख सहित चार लोग मेरे घर पर पहुंचे और मेरी बेटी को अंजाम बुरा होने धमकी देने लगे. उन लोगों के डर से मेरी बेटी घर मे रखे खटमल मारने की दवा खा गई. जब हम लोग घर पहुंचे तो देखे की वो नीचे जमीन पर पडी है.
पूछने पर उसने सारी बात बताई और उसको हम इलाज के लिये कमतौल पीएचसी ले गये जहां डॉक्टर ने डीएमसीएच रेफर कर दिया. वहीं बाल कल्याण समिति अध्यक्ष विरेंद्र कुमार झा ने बताया की हम लोगों के तरफ से बच्ची को संरक्षण दिया जा रहा है.
पीड़ित बच्ची का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी उपस्थिति में बेंता थाना ने पीड़िता का बयान दर्ज किया. उन्होंने कहा की पीडित बच्ची की जरूरत संरक्षण और सहायता की जिम्मेवारी बाल कल्याण समिति की है. वहीं, जिले के एसएसपी बाबू राम ने कहा कि आरोपियों पर कारवाई के लिये थाना अध्यक्ष कमतौल को निर्देश दिया गया और उन्होंने कहा कि चुकी यह मामला पोक्सो कोर्ट में पहले से चल रही है.