चित्रकूट: दलित लड़की के साथ सामूहिक रेप मामले में आया नया मोड़, आरोपियों के पीड़िता के साथ गाड़ी में अस्पताल जाने पर उठे सवाल, जांच में जुटी पुलिस
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 5, 2022 02:44 PM2022-06-05T14:44:43+5:302022-06-05T14:50:06+5:30
मामले में पुलिस का कहना है कि पड़िता के घर वालों ने रेप का मामला छुपाया था और उसका इलाज एक निजी अस्पताल में करवाने के लिए गए थे।
भोपाल: मध्यप्रदेश के चित्रकूट जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र के एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 13 साल की दलित लड़की की मौत के मामले में एक नया मोड़ आ गया है। पुलिस के अनुसार, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने से लड़की की मौत की पुष्टि हुई है। पहाड़ी थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अजीत पांडेय ने रविवार को बताया, ‘‘थाना क्षेत्र के एक गांव की दलित लड़की की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाने से उसकी मौत होने की पुष्टि हुई है।’’
मामले में एसएचओ ने क्या बोला
इस पर बोलते हुए एसएचओ ने बताया, ‘‘शनिवार की देर शाम मिली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म किये जाने की भी पुष्टि हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आंतरिक और बाह्य चोटों के निशान नहीं पाए गए।’’ मामले में पांडेय ने आगे कहा, ‘‘ऐसा प्रतीत होता है कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही लड़की की मौत हो चुकी थी।’’
आरोपी भी पड़िता के साथ वाहन में थे सवार
मामले में एसएचओ ने बताया कि ऐसी सूचना मिली है कि पीड़िता को अस्पताल ले जाने वाले वाहन में लड़की के परिजनों के साथ तीनों आरोपी भी मौजूद थे। पुलिस अब अस्पताल के सीसीटीवी के फुटेज खंगाल रही है, जिससे लड़की के साथ अस्पताल में मौजूद लोगों के बारे में सही जानकारी मिल सके।
उन्होंने बताया कि शनिवार को तीनों आरोपी नदीम, आदर्श पांडेय और विपुल मिश्रा को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में अब भी जांच चल रही है।
रेप को परिजनों ने छुपा कर रखा था
पीड़िता बुधवार रात को परिजनों के साथ घर के बाहर सोई थी लेकिन परिजनों को वह गुरूवार की सुबह घर से कुछ दूरी पर नाले में बेहोशी की हालत में मिली थी। उसके दोनों हाथ बंधे थे। होश में आने पर पीड़िता ने परिजनों को सामूहिक दुष्कर्म की बात बताई थी, लेकिन परिजन दो दिन तक घटना छिपाए रहे और इलाज के लिए उसे कौशांबी जिले के मंझनपुर कस्बे के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां गुरूवार की रात उसकी मौत हो गई थी।