कोरोना वायरसः सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कहना दुकानदार को पड़ा महंगा, लोगों ने पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट
By रामदीप मिश्रा | Published: March 26, 2020 09:05 AM2020-03-26T09:05:00+5:302020-03-26T09:22:48+5:30
झारखंडः दुकानदार का नाम काशी साव था। वह उन मजदूरों के बारे में जानता था। जैसे ही वह दुकान पर पहुंचे तो उसने घर जाने के लिए कहा। साथ ही साथ लोगों से दूरी बनाने के लिए कहा। यह बात आरोपियों को नागवार गुजरी और दुकानदार को पीटने लग गए।
रांचीः जहां एक ओर कोरोना वायरस के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सभी लोग जागुरूकता फैला रहे हैं, वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए कहने पर एक दुकानदार को जान तक गंवानी पड़ गई है। लोगों ने उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। मामला झारखंड के पलामू जिले का है।
बताया जा रहा है कि चार मजदूर बेंगलुरु से अपने गांव पहुंचे थे, जिसके बाद उनकी जांच करवाई गई थी। डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी थी कि वे 14 दिन के लिए घर पर रहें और सेल्फ क्वारंटाइन करें। इसके बाद वह मंगलवार शाम को घूमने निकले और एक दुकान पर पहुंच गए।
दुकानदार का नाम काशी साव था। वह उन मजदूरों के बारे में जानता था। जैसे ही वह दुकान पर पहुंचे तो उसने घर जाने के लिए कहा। साथ ही साथ लोगों से दूरी बनाने के लिए कहा। यह बात आरोपियों को नागवार गुजरी और दुकानदार को पीटने लग गए। उन्हें बुरी पीटा, जिसके बाद घायल दुकानदार को पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित किया था और कहा था कि 21 दिनों के लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया जा रहा है। इस दौरान सभी लोग अपने घरों में रहें और क्वारंटाइन करें ताकि इस घातक कोरोना वायरस पर काबू पाया जा सके, लेकिन लोग प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर खासा ध्यान नहीं दे रहे हैं और वे घरों से निकल रहे है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए अनुरोध किया है। इसकी वजह से लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सके। पीएम मोदी के आदेशों को राज्य सरकारों की पुलिस लागू करवाने के लिए जमकर पसीना बहा रही है। इस दौरान उसे कई बार बल का भी प्रयोग करना पड़ रहा है, लेकिन लोग इसके बावजूद घरों से निकल रहे हैं।