कोरोना संकट: रांची के मस्जिद से 24 विदेशी मौलवियों को पुलिस ने लिया हिरासत में, आइसोलेशन सेंटर में रखा गया
By एस पी सिन्हा | Published: March 30, 2020 07:15 PM2020-03-30T19:15:26+5:302020-03-30T19:15:26+5:30
इन सभी लोगों को कोरोना वायरस महामारी का संदिग्ध मानते हुए रांची के खेलगांव स्थित आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट किया गया है.
रांची:कोरोना वायरस के चलते चल रहे लॉकडाउन के बीच झारखंड की राजधानी रांची के हिंदपीढी ईलाके की एक मस्जिद से पुलिस ने 24 मौलवियों को हिरासत में लिया है. इन सभी विदेशी मौलवियों के रहने की जानकारी पर पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया. पकड़े गए सभी मौलवियों के साथ दिल्ली के दो, हैदराबाद के एक और रांची के दो युवकों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया गया है. इन सभी लोगों को कोरोना वायरस महामारी का संदिग्ध मानते हुए रांची के खेलगांव स्थित आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट किया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किये गये सभी मौलवी मलयेशिया, वेस्ट इंडीज, पोलैंड, दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई के कुर्ला के रहने वाले हैं. इनमें 8 मलयेशिया के, जबकि 2 झारखंड के हैं. सभी को आज तड़के पुलिस ने हिरासत में लिया. इसके बाद रिम्स की मेडिकल टीम इनके खून के नमूने लेकर उसकी कोरोना जांच के लिए भेज दी है. पुलिस इनके यहां आने की वजह और इनकी अबतक की गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी जुटा रही है. ये सभी खुद को धर्म प्रचारक बता रहे हैं. बताया जाता है कि सभी लोग जनवरी से ही यहां हैं.
रांची के डीसी राय महिमापत रे के निर्देश पर एसडीओ और हिंदपीढी थाने की पुलिस मस्जिद में मेडिकल टीम के साथ पहुंची और सभी विदेशियों को क्वारंटाइन किया गया. फिलहाल सभी के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है. उनके पासपोर्ट और वीजा की भी गहन जांच चल रही है.
पूछताछ में उन्होंने पुलिस को जानकारी दी है कि विदेश से तबलीग जमात के लिए वे सभी आए थे. इसकी सूचना डीसी को मिलने के बाद उन्हें हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया गया है. मेडिकल टीम ने सभी विदेशियों की स्वास्थ्य जांच भी की है.
इस संबंध में डीएसपी अजीत कुमार विमल ने बताया कि ये सभी कथित धर्म प्रचारक हिंदीपीढी में ग्वाल टोली के समीप स्थित बडी मस्जिद में किसी जमात में शामिल होने आये थे. इससे पहले 19 मार्च, 2020 को रांची पुलिस ने तमाड से चीन, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान से आये 11 मौलवियों को गिरफ्तार किया था. मुसाबनी पुलिस केंद्र में उन सभी से पूछताछ चल रही है. उनसे पूछताछ के बाद सीबीआइ और एनआइए की टीम उत्तर प्रदेश के मेरठ समेत अन्य ठिकानों पर छापामारी कर रही है. उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सभी को हिरासत में लेकर क्वारंटाइन किया गया है. इनमें दो युवक रांची के भी हैं. पुलिस प्रशासन की टीम ने उनके पासपोर्ट और वीजा को फिलहाल जप्त किया है. इसका सत्यापन किया जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार पकड़े गये लोगों में आठ मलेशिया के, तीन इंग्लैंड, दो वेस्टइंडीज, एक हॉलैंड, एक बंग्लादेश, दो साउथ अफ्रीका के गांबिया के और तीन दिल्ली, एक गुजरात और एक मुंबई के कुर्ला ईलाके के रहने वाले हैं. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पिछले कुछ दिनों से हिंदपीढी बड़ी मस्जिद में दर्जनों विदेशी नागरिक छिप कर रह रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी विदेशी नागरिक लगभग एक माह पहले रांची स्थित बडी मस्जिद पहुंचे थे. इसी दौरान अचानक कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर लॉकडाउन की घोषणा किये जाने के बाद सभी मस्जिद में ही रुक गये. 14 दिनों तक आइसोलेशन वार्ड में रहने की डर से सभी मस्जिद में छिपे हुए थे. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
यहां बता दें कि पिछले दिनों संदेह के आधार पर रांची के तमाड से गिरफ्तार किये गये 11 विदेशी मुसलमानों के झारखंड आने के राज खुलने लगे हैं. देश की दो सबसे तेज-तर्रार जांच एजेंसियां राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और सीबीआई ने इनसे घंटों पूछताछ के बाद उत्तर प्रदेश के मेरठ समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है. चीन से आये और तमाड से पकडे गये 11 मौलवियों से पूर्वी सिंहभूम के मुसाबनी स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में पूछताछ चल रही है. इन सभी से झारखंड पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन टीम (सीआइटी) व स्पेशल ब्रांच की टीम पहले ही पूछताछ कर चुकी है.
बताया जा रहा है कि इन लोगों में से तीन चीन से आये थे, सभी को क्वारंटाइन में रखा गया और उनकी कोरोना संक्रमण की जांच करवाई गई. सभी की जांच रिपोर्ट आ गयी है. कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं मिला है. इन मौलवियों का कहना है कि सरायकेला-खरसावां जिला के कपाली में एक कार्यक्रम का आयोजन होना था. जिसमें शामिल होने के लिए ये लोग झारखंड आये थे. इनका कहना है कि ये लोग इस्लामिक स्कॉलर हैं और अपने धर्म का प्रचार करने के लिए यहां आये थे. 19 मार्च, 2020 को सभी दिल्ली से रांची पहुंचे थे. उनके पास पासपोर्ट व वीजा भी हैं. इनके पासपोर्ट और वीजा जब्त कर लिये गये हैं.