चाईबासा में नक्सलियों ने किया लैंड माइंस विस्फोट, तीन जवान शहीद, पांच घायल, मुठभेड़ जारी
By एस पी सिन्हा | Published: March 4, 2021 05:48 PM2021-03-04T17:48:54+5:302021-03-04T20:28:49+5:30
पुलिस उपाधीक्षक (जिला मुख्यालय) सुधीर कुमार ने बताया कि घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रांची भेजा जा रहा है।
रांचीः झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा-लांजी (टोकलो) के पहाड़ियों में नक्सलियों ने आज सुबह लैंड माइंस ब्लास्ट किया।
विस्फोट में झारखंड जगुवार के तीन जवान शहीद हो गए और पांच जवान घायल हो गए हैं। घायलों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया है। हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। घटना उस वक्त घटी है, जब जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवान सर्च ऑपरेशन चला रहे थे।
इसी दौरान नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट किया। घायलों में दो की स्थिति नाजुक है। झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि विस्फोट के बाद नक्सलियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ जारी है। इधर, मिली जानकारी के अनुसार महाराज प्रमाणिक दस्ते के साथ पुलिस का मुठभेड़ जारी है।
कोल्हान के डीआईजी राजीव रंजन ने बताया कि घायल तीनों जवान झारखंड जगुआर के एसाल्ट ग्रुप-11 के हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद कोल्हान प्रमंडल के डीआइजी राजीव रंजन सिंह, एसपी अजय लिंडा समेत पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ के जवान नक्सल विरोधी अभियान में थे।
जगुआर एसॉल्ट ग्रुप 11, पुलिस और सीआरपीएफ की टीम सुबह- सुबह सर्च अभियान पर निकली थी, सीरीज में आईईडी धमाके हुए। अभियान अब भी जारी है। बताया जाता है कि आज सुबह झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ 60 बटालियन के जवान लांजी पहाड़ी के नीचे से निर्माणाधीन कच्ची सड़क से पहाड़ पर चढ़ रहे थे, इस दौरान नक्सलियों द्वारा पहले से लगाए गए लैंडमाइंस विस्फोट कर दिया।
इसमें आगे चल रहे झारखंड जगुआर के पांच जवान घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही डीआईजी और एसपी मेडिकल टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर चिकित्सकों ने जांच के बाद दो जवान कांस्टेबल हार्डवर शाह (पलामू) और कांस्टेबल किरण सुरीन सिमडेगा को मृत घोषित कर दिया।
जबकि हेड कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार पंडित गोड्डा की लांजी से रांची एयरलिफ्टिंग के दौरान मौत होने की सूचना मिली है। वहीं, अन्य घायल कांस्टेबल दीप टोपनो खुंटी और कांस्टेबल निक्कू उरांव (लातेहार) को इलाज के लिए रांची में भर्ती कराया गया है। शहीद दोनों जवानों का शव चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल लाया गया है, जहां पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
यहां बता दें कि माह भर में जिले के अलग-अलग इलाकों से सत्तर से अधिक आइईडी व सिलेंडर बम जिला पुलिस व सीआरपीएफ ने अभियान चलाकर बरामद किए थे। कई गिरफ्तारियां भी हुईं हैं। इसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा था कि नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. विस्फोट की घटना के बाद भी क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
वहीं, लांजी घटना के बाद सीआरपीएफ के आईजी डॉ महेश्वर दयाल (आईपीएस) का किरीबुरु दौरा स्थगित हो गया है। सीआरपीएफ आईजी हेलीकॉप्टर से किरीबुरु पहुंच कर सीआरपीएफ कैम्पों का निरीक्षण व जवानों से बात करने वाले थे, वह सुबह दस बजे के करीब मेघाहातुबुरु मैदान स्थित हेलीपैड पर उतरने वाले थे।
उनके आगमन के मद्देनजर किरीबुरु एसडीपीओ डॉ हीरालाल रवि, इंस्पेक्टर वीरेंद्र एक्का, थाना प्रभारी अशोक कुमार के अलावा सीआरपीएफ के अधिकारी सुबह से ही हेलीपैड स्थल पर एम्बुलेंस, अग्निशामक वाहन आदि के साथ मौजूद थे। सीआरपीएफ के डीसी पीके पांडेय भी किरीबुरु आ गये थे। आईजी महेश्वर दयाल खूंटी के बाद किरीबुरु पहुंचने वाले थे।