हिमाचल प्रदेश छात्रवृत्ति घोटाला: 12 लोगों के खिलाफ CBI ने दायर किया आरोपपत्र, पिछले साल दर्ज किया गया था मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 31, 2020 07:34 PM2020-03-31T19:34:44+5:302020-03-31T19:34:44+5:30
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की पंजाब के नवांशहर स्थित शाखा के हेड कैशियर रहे सुरेंद्रपाल सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौड़ ने बताया कि सीबीआई ने गत मई में हिमाचल प्रदेश सरकार के आग्रह पर मामला दर्ज किया था।
नई दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हिमाचल प्रदेश में 220 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले में 12 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अल्पसंख्यकों के लिए मैट्रिक पूर्व और मैट्रिक बाद की छात्रवृत्ति के वितरण में अनियमितता के मामले में केसी ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस के तत्कालीन पांच अधिकारियों को नामजद किया है।
उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा निदेशालय के तत्कालीन अधिकारियों-अरविन्द राज्ता, माला मेहता, श्रीराम शर्मा, सुरिंदर मोहन कंवर, अशोक कुमार, वीरेंद्र कुमार का नाम भी आरोपपत्र में आरोपी के रूप में शामिल किया गया है। केसी ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस के जिन तत्कालीन अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है, उनमें सरोज शर्मा, बीएस संधु, हितेश गांधी, प्रेमपाल गांधी और किरण चौधरी शामिल हैं।
इनके अलावा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की पंजाब के नवांशहर स्थित शाखा के हेड कैशियर रहे सुरेंद्रपाल सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। एजेंसी के प्रवक्ता आर के गौड़ ने बताया कि सीबीआई ने गत मई में हिमाचल प्रदेश सरकार के आग्रह पर मामला दर्ज किया था।