कोलकाता में 'स्पेशल 26' जैसा कांड, पहले फर्जी सीबीआई बनकर 7-8 लोगों ने व्यापारी के घर मारा छापा, फिर 30 लाख नकद और गहने लेकर हुए फरार
By भाषा | Published: December 14, 2022 08:00 AM2022-12-14T08:00:38+5:302022-12-14T08:09:33+5:30
पीड़ित व्यापारी ने बताया कि करीब 7 से 8 लोग पुलिस की स्टीकर लगी हुई गाड़ी में आए थे और उन्हें सीबीआई बता कर उनके घर से कैश और ज्वेलरी ले गए है। व्यापारी ने यह भी बताया कि जब उसने उनसे उनका आईडी कार्ड मांगा को वे उसके बात को नजरअंदाज कर गए थे।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के भवानीपुर इलाके में कुछ लोगों ने कथित तौर पर खुद को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बताकर एक व्यापारी के घर पर छापा मारा और 30 लाख रुपए व आभूषण अपने साथ ले गए। पुलिस ने यह जानकारी दी है।
नकली सीबीआई बनकर मारी छापेमारी
मामले में भवानीपुर थाने में 60 साल के व्यापारी सुरेश वाधवा की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, सात-आठ लोगों का एक समूह सोमवार सुबह करीब आठ बजे रूपचंद मुखर्जी लेन स्थित उनके घर पहुंचा और ‘‘छापेमारी’’ शुरू कर दी। वे सभी खुद को सीबीआई अधिकारी बता रहे थे।
वाधवा से संपर्क करने पर उन्होंने बताया, ‘‘ ये लोग तीन वाहनों में आए थे, जिन पर पुलिस के ‘स्टीकर’ लगे थे। मैंने जैसे ही दरवाजा खोला वे अंदर घुस आए और मुझे कहा कि वे सीबीआई अधिकारी हैं। मैंने उन्हें उनके ‘कार्ड’ दिखाने को कहा लेकिन उन्होंने मेरी बात पर ध्यान नहीं दिया।’’
30 लाख रुपए नगद और 7 लाख के गहने ले गए फेक सीबीआई अफसर
इस पर बोलते हुए व्यापारी ने दावा किया है कि वे लोग 30 लाख रुपए नकद और करीब सात लाख रुपए के गहने अपने साथ ले गए और उनसे कहा कि कुछ समय में ‘‘जब्त किए गए सामान की सूची’’ भेज दी जाएगी।
वाधवा ने कहा, ‘‘ उन्होंने जब्त किए गए सामान की सूची मेरे घर पर ही बनाई लेकिन कहा कि उसे बाद में भेजेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे उनके कार्यालय में जल्द तलब किया जाएगा।’’ पुलिस ने कहा कि उन्होंने इस डकैती के सिलसिले में हरिदेवपुर से दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो "गैरपेशेवर लोगों" द्वारा किया गया था।
पुलिस का कहना है कि वे बाकी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक वाहन का चालक था, जबकि दूसरे व्यक्ति ने दावा किया कि वह वाहन का मालिक था, लेकिन उसने इसे किराए पर दिया था। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी की मदद से वाहनों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसमें शामिल लोगों का लगभग पता लगा लिया है और उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर पाएंगे।’’